बीडीसी (BDC) चुनाव प्रक्रिया से संबंधित जानकारी
उत्तर प्रदेश जनसंख्या के आधार पर भारत का सबसे बड़ा राज्य है, और यहाँ हर समय छोटा – बड़ा चुनाव या उपचुनाव होते रहते है, इस कारण यहाँ चुनावी माहौल बना रहता है | अभी हाल में उत्तर प्रदेश में इस वर्ष 2020 के पंचायत चुनाव कराये जानें थे, परन्तु कोरोना के कारण यह चुनाव समय से संपन्न नहीं किये जा सके | उत्तर प्रदेश में अब यह पंचायती चुनाव 2021 कराये जाने की योजना बनाई जा रही है |
पंचायत चुनाव परिणाम (बीडीसी, ग्राम प्रधान, जिला पंचायत सदस्य) कैसे देखे
नामांकन पत्र (Namanakan Patra) दाखिल कैसे करे
पंचायत चुनाव की वोटिंग कैसे होती है
बीडीसी का नामांकन | BDC की योग्यता

उत्तर प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रो में पंचायती चुनाव को लेकर काफी उत्सुकता है। प्रधान, बीडीसी सदस्य, जिला पंचायत सदस्य और ग्राम पंचायत सदस्य बनने के लिए संभावित प्रत्याशियों ने जनसंपर्क शुरू भी कर दिया है | हालाँकि चुनाव की तिथियाँ अभी स्पष्ट नहीं हुई है, परन्तु 31 मार्च से पहले चुनाव कराने की रणनीति बन रही है | ग्राम पंचायत चुनाव में बीडीसी सदस्य की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण होती है | ऐसे में हमारे लिए यह जानना जरूरी हो जाता है, कि बीडीसी सदस्य किसे कहते है? तो आईये जानते है, बीडीसी का चुनाव कैसे होता है और इसकी चुनाव प्रक्रिया के बारें में |
ब्लाक प्रमुख का चुनाव कैसे होता है
बीडीसी का फुल फार्म (BDC Full Form In Hindi)
बीडीसी का फुल फॉर्म Block Development Council (ब्लॉक डेवलपमेंट काउंसिल) होता है| इसे हिंदी में प्रखंड विकास समिति कहा जाता हैं| यह समिति पंचायतों के अंतर्गत आनें वाले क्षेत्रों में विकास कार्यों की समीक्षा करती है|
ग्राम प्रधान का चुनाव कैसे होता है | नियम
बीडीसी सदस्य बनने हेतु योग्यता (Eligibility For BDC Member)
उत्तर प्रदेश में पंचायती चुनाव के लिए किसी भी तरह की शैक्षणिक योग्यता निर्धारित नहीं है, परन्तु चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार को उसी गांव का निवासी होना आवश्यक है| हालाँकि इस बार होनें वाले पंचायती चुनव में उत्तर प्रदेश सरकार न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता को अनिवार्य करने पर विचार कर रही है। इसके साथ ही दो बच्चों से अधिक संतान वालों को लडऩे से रोका जा सकता है। हालाँकि अभी तक इसके लिए कोई अधिकारिक घोषणा नहीं की गयी है|
ग्राम प्रधान की योग्यता | नामांकन
बीडीसी सदस्य बनने हेतु आवश्यक दस्तावेज (Documents For BDC Member)
- प्रत्याशी का नाम ग्राम सभा की मतदाता सूची में होना चाहिए |
- अनुसूचित जाति या अनुसूचित जन-जाति और पिछड़ा वर्ग प्रत्याशी हेतु जाति प्रमाण पत्र होना आवश्यक है |
- स्व-प्रमाणित शपथ पत्र (Self-Attested Affidavit)
- आयु प्रमाण पत्र (Birth Certificate)
- पैन-कार्ड (Pan Card)
- आधार कार्ड (Aadhar Card)
- चरित्र प्रमाण पत्र (Character Certificate)
जिला पंचायत चुनाव कैसे होता है
बीडीसी का चुनाव कैसे होता है (BDC Election Process In Hindi)
संविधान के अनुच्छेद 243 के अंतर्गत पंचायती राज का प्रावधान किया गया है, इसके अंतर्गत ग्राम सभा और ग्राम पंचायत दोनों का गठन किया जाता है । यदि हम नगर पंचायत की बात करे तो यह ऐसे क्षेत्र होते है, जो ना ही पूरी तरह शहर होते है और न ही पूरी तरह से कस्बे होते है| ऐसे क्षेत्रों को नगर पंचायत कहा जाता है | एक नगर पंचायत के अंतर्गत ब्लाक प्रमुख, पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, बीडीसी आदि का चुनाव होता है|
यदि हम बीडीसी सदस्य के चुनाव की बात करे तो इनका चयन चुनाव प्रक्रिया द्वारा होता है| बीडीसी चुनाव प्रक्रिया के अंतर्गत सबसे पहले बीडीसी प्रत्याशी को अपना आवेदन जिला निर्वाचन कार्यालय में जमा करना होता है| इसके बाद कार्यालय द्वारा प्रत्याशी के लिए एक चुना चिन्ह निश्चित कर दिया जाता है|
पहले से निर्धारित तिथि पर राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा चुनाव संपन्न कराया जाता है| इसके पश्चात वोटो की गणना की जाती है और मतगणना में जिस बीडीसी सदस्य को सर्वाधिक मत प्राप्त होते है, उसे बीडीसी सदस्य घोषित किया जाता है| इसके बाद निर्वाचन अधिकारी द्वारा एक प्रमाण पत्र दिया जाता है| इसके पश्चात पीठासीन अधिकारी, ग्राम पंचायत सचिव द्वारा बीडीसी सदस्य को शपथ दिलाई जाती है|
जिला पंचायत सदस्य की योग्यता | नामांकन