BDC Election Eligibility (बीडीसी की योग्यता)
उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायती चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज होती जा रही है| ऐसे में गांव में ग्राम प्रधान, बीडीसी और जिला पंचायत सदस्यों के लिए होने वाले चुनाव में लोगों को चुनाव तिथि का बड़ी बेसब्री से इन्तजार है| मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पंचायती चुनाव मार्च 2021 में संपन्न कराये जानें की संभावना है| हालाँकि शासन द्वारा पंचायती चुनावों को लेकर युद्ध स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है और पंचायतराज विभाग से प्राप्त जानकरी के अनुसार, फरवरी के अंतिम सप्ताह में चुनाव की अधिसूचना जारी होनें की पूरी संभावना है |

हालाँकि गांवों में अभी से पूरी तरह चुनावी माहौल बन चुका है, यहाँ तक कि ग्राम प्रधान, बीडीसी, पंचायत सदस्य बननें हेतु लोगो ने जनसंपर्क जारी कर दिया है| आज हम आपको इस पेज पर पंचायती चुनाव के अंतर्गत होनें वाले बीडीसी सदस्य के चुनाव के बारें में जानकरी दे रहे है, तो आईये जानते है, कि बीडीसी का नामांकन और योग्यता और आवश्यक दस्तावेज के बारें में |
पंचायती चुनाव से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकरी
उत्तर प्रदेश में इस बार होनें वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 4 चरणों में कराये जायेंगे| ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य के चुनाव एक साथ होंगे। इस बार पंचायती चुनाव में एक मतदाता को चार बैलेट पेपर मिलेंगे जिस पर उन्हें मुहर लगानी होगी। हालाँकि मतदाताओं की सुविधाओं को देखते हुए प्रत्येक पोलिंग स्टेशन पर ग्राम प्रधान-ग्राम पंचायत सदस्य और बीडीसी-जिला पंचायत सदस्य के लिए अलग-अलग बूथ बनाए जाएंगे। इसका मतलब यह है, कि प्रत्येक बूथ में वोटर को दो बैलेट पेपर देकर भेजा जाएगा।
ब्लाक प्रमुख का चुनाव कैसे होता है
बीडीसी का नामांकन और चुनाव प्रक्रिया (BDC Nomination & Election Process)
भारतीय संविधान में 73वें तथा 74वें संविधान संशोधन में पंचायतीराज तथा नगर पालिकाओं को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया गया है। पंचायती चुनाव के अंतर्गत जिस प्रकार ग्राम प्रधान का चुनाव मतदान द्वारा होता है, ठीक उसी प्रकार बीडीसी सदस्य भी जनता द्वारा चुना जाता है, परन्तु बीडीसी सदस्य का चयन वार्ड के अनुसार किया जाता है | यह चुनाव प्रक्रिया इस प्रकार है-
- उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग द्वारा सबसे पहले चुनाव से सम्बंधित अधिसूचना जारी कि जाती है, जिसमे चुनाव की तिथि, चुनाव के चरण तथा चिन्हो की जानकारी शामिल होती है।
- चुनाव तिथियों की घोषणा के पश्चात उत्तर प्रदेश चुनाव आयोग द्वारा आदर्श आचार संहिता लागू कर दी जाती है |
- सभी इच्छुक आवेदकों को निर्धारित तिथि तक अपना नामांकन कराना होता है।
- नामांकन के पश्चात निर्वाचन के समय दी गई जानकारी के आधार पर आपका आवेदन स्वीकार और अस्वीकार किया जा सकते है।
- इसके बाद उम्मीदवारों को अपना आवेदन वापस लेने के लिए एक तिथि निर्धारित की जाती है।
- इसके बाद निर्वाचन आयोग द्वारा पंचायत चुनाव के लिए सभी आवेदकों को चुनाव चिन्ह का वितरण किया जाता है।
- ऐसे आवेदक जिनका आवेदन स्वीकार कर लिया गया है, वह चुनाव के दो दिन पहले तक प्रचार कर सकते है।
- इसके बाद उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव आयोग द्वारा निश्चित तिथि पर कई चरणों में चुनाव संपन्न कराये जायेंगे।
- कुछ दिनों में मतगणना द्वारा विजेता की घोषणा की जाएगी और विजेताओं को प्रमाण पत्र वितरित किये जायेंगे।
ग्राम प्रधान का चुनाव कैसे होता है | नियम
बीडीसी सदस्य योग्यता (Eligibility Of BDC Member)
पंचायती चुनाव के अंतर्गत ग्राम प्रधान, ब्लाक प्रमुख, पंचायत सदस्य आदि के लिए कोई न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता नहीं राखी गयी है| हालाँकि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार वर्ष 2021 में होनें वाले पंचायती चुनाव में सभी के लिए न्यूनतम योग्यता निर्धारित करनें की दिशा में कार्य कर रही है|
ग्राम प्रधान की योग्यता | नामांकन
बीडीसी सदस्य हेतु आवश्यक दस्तावेज (Documents For BDC Member)
- आधार कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
- पुलिस चरित्र प्रमाण पत्र
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- संपत्ति का घोषणा पत्र जिसमें चल व अचल संपत्ति का विवरण शामिल होना आवश्यक है|
- जाति प्रमाण पत्र
- शौचालय संबंधित प्रमाण पत्र
- अनुसूचित जाति एवं जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग का उम्मीदवार होनें पर जाति प्रमाण पत्र
- नॉमिनी का डिक्लेरेशन फॉर्म, जिसमें यह लिखा होता है कि वह किसी भी आपराधिक गतिविधि से जुड़ा / जुड़ी नहीं है।
जिला पंचायत चुनाव कैसे होता है
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यूपी की योगी सरकार पंचायत चुनाव को लेकर बड़ा कदम उठाने जा रही है। आगामी पंचायत चुनावों में उम्मीदवारों की न्यूनतम शैक्षिक योग्यता तय करने की तैयारी है।
जिला पंचायत सदस्य की योग्यता | नामांकन