वर्तमान मसय में हमारे भारत देश में बंदरगाहों का एक अलग ही महत्व होता है, क्योंकि इन्ही बंदरगाहों के माध्यम से प्राचीन काल से ही पड़ोसी राज्यों के साथ व्यापार करने की प्रकिया को जारी रखा गया है | इस व्यापार को जारी रखने का प्रमुख कार्य जल मार्ग और स्थल मार्ग के द्वारा ही किया जाता था | वहीं, अब वर्तमान समय में जलयानों के माध्यम से पड़ोसी राज्यों के साथ व्यापार व्यापार किया जाता है |

इस तरह के व्यापार करने के लिए नदी या समुद्र के तटों पर कई प्रकार के प्रबंध किये जाते है, जिससे जलयानों के आवागमन में किसी भी प्रकार की समस्या न उत्पन्न हो | अभी भारत में ऐसे बहुत से लोग है, जिन्हें भारत के बंदरगाहों से सम्बंधित अधिक जानकारी नहीं प्राप्त है | इसलिए यदि आप भी इससे सम्बन्धित किसी भी प्रकार की जानकारी प्राप्त करना चाहते है, तो इस पोस्ट में आपको भारत में कितने बंदरगाह है | भारत के बड़े बंदरगाह | Indian’s Harbour List in Hindi की पूरी जानकारी प्रदान की जा रही है |
बंदरगाह (Port) क्या होता है?
बंदरगाह जल एवं स्थल की सीमा पर स्थित वह स्थल होता है जहाँ समुद्री व्यापार में समुद्री जहाज, यात्री शिप, कार्गो की लोडिंग एवं अनलोडिंग के लिए डॉक करने हेतु सभी व्यवस्थाएँ उपलब्ध होती है। सरल शब्दो में कहा जाए तो समुद्री व्यापार एवं यात्रियों के आवागमन हेतु समुद्री जहाजों के रुकने के लिए बनाये गए स्थलों को बंदरगाह (Port) कहा जाता है।निर्माण के आधार पर बंदरगाह 2 प्रकार के होते है :- प्राकृतिक एवं कृत्रिम। प्राकृतिक बंदरगाह प्राकृतिक रूप से निर्मित होते है जबकि कृत्रिम बंदरगाहों को मानव द्वारा निर्मित किया जाता है। वर्तमान में भारत में कुल 13 बड़े बंदरगाह एवं 200 छोटे एवं मध्यम आकार के बंदरगाह है।
भारत में कितने बंदरगाह है (How many Ports are there in India) ?
भारत में 13 बड़े तथा 200 से अधिक छोटे बंदरगाह मौजूद है, जिनके माध्यम से वर्तमान समय में व्यापार किया जाता है | वहीं भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह नवी मुंबई नावा शेवा बंदरगाह है, जिसे जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के नाम से भी जाना जाता है |
भारत में अधिकांश बंदरगाह नीचे दिए गए राज्यों में स्थित हैं –
- महाराष्ट्र- 53
- गुजरात – 40
- तमिलनाडु – 15
- कर्नाटक – 10
भारत के प्रमुख बंदरगाह की सूची (List of Ports in India)
भारत में प्रमुख बड़े बंदरगाह कुल 13 है, जिनकी सूची नीचे इस प्रकार से दी गई है –
नाम | नदी/समुद्र | राज्य/के.शा.प्र. |
मुंबई | अरबसागर | महाराष्ट्र |
पारादीप | बंगाल की खाड़ी | आंद्रप्रदेश, ओडिशा |
चेन्नई | बंगाल की खाड़ी | तमिलनाडु |
विशाखापट्टनम | बंगाल की खाड़ी | आन्ध्र प्रदेश |
कांडला | कच्छ की खाड़ी | गुजरात |
मुर्मुगाव | अरबसागर | गोवा |
जवाहरलालनेहरु | अरबसागर | महाराष्ट्र |
कोचीन | अरब सागर | केरल |
इन्नौर | बंगाल की खाड़ी | तमिलनाडु |
हल्दिया | कोलकाता-हुगलीनदी | पशिम बंगाल |
न्यू तूतीकोरिन | बंगाल की खाड़ी | तमिलनाडु |
न्यू मंगलोर | अरब सागर | कर्नाटक |
पोर्टब्लेयर | बंगाल की खाड़ी | अंडमान निकोबार द्वीप समूह |
मुम्बई बन्दरगाह (Mumbai Port)
मुंबई बंदरगाह भारत में सबसे पहले स्थान पर आता है, यानि कि यह बंदरगाह भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह है, जो प्रमुख रूप से महाराष्ट्र में स्थित है | इस बंदरगाह की स्थापना 26 june 1873 में की गई थी। यह एक प्राकृतिक बंदरगाह होता है, जिसके माध्यम से सर्वाधिक व्यापार किया जाता है।
न्हावाशेवा बंदरगाह (जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह) (Jawaharlal Nehru Port)
न्हावाशेवा बंदरगाह भारत में दूसरे स्थान पर आता है | यह बदंरगाह एक कृत्रिम बंदरगाह कहा जाता है | इस बंदरगाह की शुरुआत करने का मुख्य उद्देश्य मुंबई बंदरगाह के भार को कम करना है | यह बंदरगाह महाराष्ट्र में स्थित है | इस बन्दगाह का निर्माण मई 1989 में किया गया था |
भारत में महत्वपूर्ण बंदरगाह की विशेषताएँ
भारत में महत्वपूर्ण बंदरगाहों की सूची नीचे दी गई है:
क्षेत्र | राज्य | पत्तन | विशेषताएँ |
पूर्वी तट | तमिलनाडु | चेन्नई | कृत्रिम बंदरगाहदूसरा सबसे व्यस्त बंदरगाह |
पश्चिमी तट | केरल | कोच्चि | वेम्बनाड झील में स्थित मसालों और नमक का निर्यात |
पूर्वी तट | तमिलनाडु | एन्नोर | भारत का पहला कॉर्पोरेटीकृत बंदरगाह |
पूर्वी तट | पश्चिम बंगाल | कोलकाता | भारत का एकमात्र प्रमुख नदी बंदरगाहहुगली नदी पर स्थित है जिसे डायमंड हार्बर के नाम से जाना जाता है |
पश्चिमी तट | गुजरात | कांडला | ज्वारीय बंदरगाह के रूप में जाना जाता है, व्यापार मुक्त क्षेत्र के रूप में मान्यता प्राप्त कार्गो की मात्रा के हिसाब से सबसे बड़ा बंदरगाह है। |
पश्चिमी तट | कर्नाटक | मंगलौर | लौह अयस्क निर्यात से संबंधित है |
पश्चिमी तट | गोवा | मोरमुगाओ | जुआरी नदी के मुहाने पर स्थित है |
पश्चिमी तट | महाराष्ट्र | मुंबई पोर्ट ट्रस्ट | भारत में सबसे बड़ा प्राकृतिक बंदरगाह और बंदरगाहभारत का सबसे व्यस्त बंदरगाह |
पश्चिमी तट | महाराष्ट्र | जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (जेएनपीटी) को न्हावा शेवा, नवी मुंबई के नाम से भी जाना जाता है | सबसे बड़ा कृत्रिम बंदरगाहयह भारत का सबसे बड़ा कंटेनर पोर्ट है। |
पूर्वी तट | ओडिशा | पारादीप | नेचुरल हार्बर लोहे और एल्युमीनियम के निर्यात से संबंधित है |
पूर्वी तट | तमिलनाडु | तूतीकोरिन | दक्षिण भारत में एक प्रमुख बंदरगाह उर्वरक और पेट्रोकेमिकल उत्पादों से संबंधित है |
पूर्वी तट | आंध्र प्रदेश | विशाखापत्तनम | भारत का सबसे गहरा बंदरगाह जापान को लौह अयस्क के निर्यात का कार्य करता है। जहाजों के निर्माण और मरम्मत की सुविधाएं उपलब्ध हैं |
बंगाल की खाड़ी | अंडमान और निकोबार द्वीप समूह | पोर्ट ब्लेयर | यह बंदरगाह जहाज और उड़ान के माध्यम से भारत की मुख्य भूमि से जुड़ा हुआ था। यह बंदरगाह सऊदी अरब और यूएस सिंगापुर नामक दो अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लाइनों के बीच स्थित है। |
कांडला बंदरगाह (Kandala Port)
कांडला बंदरगाह बंदरगाह का निर्माण 1965 में किया गया था। इस बंदरगाह को भारत का सबसे सस्ता और अमीर बन्दगाह कहा जाता है | यह बंदरगाह भारत के गुजरात राज्य के कच्छ की खाड़ी में स्थित है | कांडला बंदरगाह को नए नाम दीनदयाल उपाध्याय पोर्ट के नाम से भी जाना जाता है |
कोचीन बंदरगाह (Kochin Port)
कोचीन बंदरगाह केरल राज्य के अरब सागर और हिंद महासागर के मार्ग में स्थित है | यह हार्ट में चौथे स्थान पर आता है | इस बंदरगाह का निर्माण 26 मई 1928 में हुआ था। यह बंदरगाह प्रमुख रूप से दो द्वीपों वेलिंगटन और वल्लार्पदम पर स्थित है । इसलिए इसे प्राक्रतिक बंदरगाह भी कहा जाता है |
न्यू मंगलोर बंदरगाह (New Mangalore Port)
यह बन्दगाह भारत में पांचवें स्थान पर आता है | यह बंदरगाह कर्नाटक का सबसे बड़ा बंदरगाह है, जो अरब सागर के तट पर स्थित है। इस बंदरगाह का प्रारम्भ 4 मई 1974 को किया गया था | इस बंदरगाह के माध्यम से मुख्य लोह अयस्क का निर्यात किया जाता है।
पारादीप बंदरगाह (Paradeep Port)
पारादीप बंदरगाह की शुरुआत 12 मार्च 1966 में की गई थी | यह बंदरगाह प्रमुख रूप से उड़ीसा राज्य में स्थित महानदी और बंगाल की खाड़ी के संगम में स्थित है। पारादीप बंदरगाह के माध्यम से ही झारखंड और ओडिशा राज्य का मुख्यत लोहा अयस्क निर्यात किया जाता है |
हल्दिया बंदरगाह (Haldia Port)
हल्दिया बंदरगाह को “पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार” के नाम से भी जाना जाता है | यह कोलकाता के हुगली नदी के डेल्टा क्षेत्र में स्थित है।
विशाखापट्टनम बंदरगाह (Visakhapatnam Port)
विशाखापट्टनम बंदरगाह का निर्माण 19 दिसंबर 1933 में किया गया है। यह बंदरगाह एक प्राक्रतिक बंदरगाह कहा जाता है, जो आंध्र प्रदेश में स्थित है। विशाखापट्टनम बंदरगाह एक प्रमुख बंदरगाह है, क्योंकि इस पर एक डाल्फिन नोज नामक पहाड़ी है, जिसके कारण समुद्र की तेज लहरें आने पर भी वह लहरें जलयानों से टकराने में असफल हो जाती है |
एन्नोर बंदरगाह (Ennore Port)
एन्नोर बंदरगाह की शुरुआत 22 जून 2001 में की गई थी | इस बंदरगाह की शुरुआत प्रमुख रूप से चेन्नई बंदरगाह का भार कम करने के लिए की गई थी | इससे पहले कोई भी बन्दगाह कंप्यूटराइज बंदरगाह नहीं रहा है |
भारत के सभी राज्यों की राजधानी के नाम
चेन्नई बंदरगाह (Chennai Port)
चेन्नई बंदरगाह तमिलनाडु राज्य में स्थित है, जो मुख्य रूप से देश का सबसे पुराना कृतिम बंदरगाह बन गया है । इस बंदरगाह के माध्यम से चमड़ा, रबर, Tea, तिलहन, नारियल तथा मछली का निर्यात होता है |
तूतीकोरिन बंदरगाह (Tuticorin Port)
तूतीकोरिन बंदरगाह भी तमिलनाडु जैसे बड़े राज्य में स्थित है, जिसकी गहराई 12 से 15 मीटर तक पहुंच जाती है। इस बंदरगाह की इतनी अधिक गहराई होने के कारण जलयानो को पांच किलोमीटर की दूरी पर ही रोक दिया जाता है |
मार्मुगाओ बंदरगाह (Mormugao Port)
मार्मुगाओ बंदरगाह के माध्यम से ईरान और लौह अयस्क का निर्यात के कार्य को पूरा किया जाता है | इसलिए इसे एक प्राकृतिक बंदरगाह भी कहा जाता है। मार्मुगाओ बंदरगाह गोवा के जुआरी नदी में स्थित है।
पोर्ट ब्लेयर बंदरगाह (Port Blair Port)
पोर्ट ब्लेयर बंदरगाह की शुरुआत अभी कुछ समय पहले ही की गई है | इसलिए यह हाल ही में भारत का 13वा प्रमुख बंदरगाह के रूप में जाना जाने लगा है |
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