National Sports Day In Hindi | राष्ट्रीय खेल दिवस कब मनाया जाता है

यह तो हम सभी को मालूम है की हम भारत देश के नागरिक विभन्न प्रकार के दिवस मनाते है। जिनमे से एक National Sports Day है। भारत के नागरिकों द्वारा बनाए जाने वाले दिवस के कोई बहुत बड़ा इतिहास छुपा है। इसके साथ ही दिवस मानाने का कारण किसी साधारण व्यक्ति की मेहनत एवं सग्घर्ष है। जब जैसे की हमने आपको एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिवस “राष्ट्रीय खेल दिवस” के बारे में बताया की यह प्रत्येक व्यक्ति द्वारा मनाया जाता है। परन्तु बहुत कम लोग ही यह जानते होंगे की राष्ट्रीय खेल दिवस कब मनाया जाता है, और किसके कारण मनाया जाता है। पर दोस्तों यह जानना तो हम सभी के लिए ज़रूरी है। इस कारण आज के लेख के तहत हम आपको National Sports Day  से जुड़ी जानकारी देने वाले है। तो हमर आपसे निवेदन है की आप लेख को अंत तक अवश्य पढ़े।

National Sports Day In Hindi

राष्ट्रीय खेल दिवस हिंदी में/ National Sports Day In Hindi

हर साल देश के नागरिकों द्वारा 29 अगस्त को हॉकी के महान खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के जन्म दिन को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह तो हम सब को ही मालूम है की भारत को स्वर्ण दिलाने के साथ मेजर ध्यानचंद जी को हॉकी का महान जादूगर भी कहा जाता है। इसका कारण यह है ,कि इन्होंने हॉकी को नई ऊंचाई तक पहुंचाने में बहुत संघर्ष किया एवं अपना अधिक योगदान दिया था।

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देखे वैसे तो पूरे विश्व में खेल दिवस बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है ,परंतु सभी देशों के खेल दिवस मनाने का इतिहास एवं तरीका और कारण अलग-अलग है। इस प्रकार ही हमारे देश भारत में भी राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया जाने का अपना एक इतिहास एवं तरीका और कारण है। इस दिन खेल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को राष्ट्रीय भवन में भारत के राष्ट्रपति जी के द्वारा राजीव गांधी खेल रत्न, ध्यानचंद पुरस्कार के साथ अर्जुन पुरस्कार एवं द्रोणाचार्य पुरस्कार के साथ-साथ अन्य राष्ट्रीय खेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।

राष्ट्रीय खेल दिवस पर खिलाड़ियों के साथ-साथ खिलाड़ियों को दिशानिर्देश देने वाले एवं खेल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले कोचों को भी पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है ,क्योंकि खिलाड़ियों के पीछे उनकी मेहनत के साथ कोच का भी अधिक योगदान होता है। कोचों को दिए जाने वाले विभिन्न पुरस्कारों में से द्रोणाचार्य पुरस्कार एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस दिन स्कूलों कॉलेजों के द्वारा खेल प्रतियोगिता कराई जाती है। जिसमें छात्र द्वारा भाग लिया जाता है। स्कूलों में सभी बच्चों के द्वारा खेलकूद में भाग लेकर उन्हें इस दिवस का मनाने का कारण एवं महत्वपूर्णता बताई जाती है और भाग लेने वाले बच्चों में विजेताओं की घोषणा कर उन्हें इनाम दिया जाता है।

भारत सरकार के द्वारा 2012 में मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाए जाने का निर्णय किया गया था। यह हम सबको मालूम है की  मेजर ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर कहा जाता था। जिन्होंने अपनी हॉकी कैरियर में 1000 से भी अधिक गोल किए थे। दुनिया भर के सबसे बेहतरीन हॉकी खिलाड़ी में से एक मैसेज ध्यानचंद के सम्मान में दिल्ली में मनाए गए स्टेडियम को ध्यान चंद नेशनल स्टेडियम का नाम दिया गया है और इस स्टेडियम में हॉकी के खेल करवाए जाते हैं। भारत सरकार द्वारा राष्ट्रीय खेल दिवस मना कर हमारे देश के युवाओं को खेल की और प्रोत्साहन कर उनके भविष्य को खेल के क्षेत्र में भी उजागर बनाना है।

मेजर ध्यानचंद/Major Dhyan Chand

आपको बता दें ,कि इस महान हॉकी खिलाड़ी का जन्म इलाहाबाद उत्तर प्रदेश में 29 अगस्त 1905 में हुआ था। जब यह सेना में भर्ती हुए थे तब इनकी उम्र 16 वर्ष की थी और यहां से यह अपनी मेहनत और कोच के दिए गए शिक्षण से भारतीय हॉकी टीम में कप्तान बने थे। हॉकी में अच्छे प्रदर्शन के पश्चात इनका सेना में प्रमोशन हो गया और इन्हें सेना में कमीशन ऑफिसर के तहत मेजर के पद का सम्मान दिया जाने लगा।

अपनी इस होकि करियर में उन्होंने भारत देश को 1928, 1932,1936 में ओलंपिक खेलों में तीन स्वर्ण पदक दिलाए थे। इतना ही नहीं यह एकमात्र ऐसे हॉकी खिलाड़ी है कि निर्देश का तीसरा सबसे बड़ा सिविलियन पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया जा चुका था। हॉकी के क्षेत्र में अपना जादू चलाने वाले मेजर ध्यानचंद को देना तहनाश रूडोल्फ ने जर्मनी की ओर से खेलने के लिए कहा था। उसके बाद हॉकी से संयास लेने के पश्चात भी यह हॉकी से कोच के रूप में जुड़े रहें।

जिससे इन्होंने राष्ट्रीय खेल संस्थान में मुख्य कोच के रूप में काम किया।  इसके साथ फिर इन्होने अंत में अपनी आत्मकथा “गोल” में लिखा था कि आपको यह मालूम होना चाहिए कि मैं भी साधारण इंसान ही हूं।

दोस्तों, हम बहुत भाग्यवान है की हमारे भारत देश की ज़मीन पर बहुत से ऐसे सितारे उतरे है की जिन्होंने पुरे संसार में हमारे देश को ऊपर उठाया और नाम रोशन किया है। हमारे देश के यह सितारे युवाओं के लिए प्रेरणा भी है।