देश में पढ़ने वाला हर एक अभ्यर्थी एक अच्छा पद करने का प्रयास करता है, जिसमें से कुछ अभ्यर्थी एमबीए कोर्स क्या है का पद प्राप्त करने की इच्छा रखते है | हमारे देश में हर प्रकार के डॉक्टर को एक तरह से भगवान का दर्जा दिया जाता है, क्योंकि वह डॉक्टर ही होता है, जो लोगों को किसी भी बीमारी को बाहर निकालकर उन्हें नया जीवन देने का काम करता है | इसलिए देश में ऐसे बहुत से अभ्यर्थी है, जो लोगों को कई बीमारियों से मुक्ति दिलाने के लिए डॉक्टर बनना चाहते है, डॉक्टर के कई रूपों में विकसित किया गया है, क्योंकि देश में हर बीमारी के अलग – अलग डॉक्टर होते है, जो लोगों का अपने तरीके से इलाज करके उन्हें फिर से एक नया जीवन देते है |

आज इसी कड़ी में हम ऐसी बिमारी की बात करने जा रहे है, जो लोगों में आम हो गई है, जो दांत से सम्बंधित, जिसका इलाज केवल दांत का ही डॉक्टर कर सकता है | एक इसलिए यदि आप एक डेंटिस्ट बनना चाहते है, यानि यदि आप एक दांतों के डॉक्टर बनना चाहते है, तो आप बीडीएस का कोर्स करके इस पद को प्राप्त कर सकते है | यहाँ आपको दांत के डॉक्टर से सम्बंधित कोर्स बीडीएस कोर्स क्या है (BDS Full Form in Hindi) इसे करने के लिए BDS कोर्स की फीस कितनी है, तथा कोर्स की अवधि और पाठ्यक्रम की जानकारी से अवगत करा रहे है |
बीडीएस कोर्स क्या है (BDS Course Kya Hai) ?
वह अभ्यर्थी जो दांतों के डॉक्टर बनने का सपना देखते है, वह अभ्यर्थी बीडीएस का कोर्स आसानी पूर्वक कर सकते है, क्योंकि बीडीएस का कोर्स करने के बाद ही अभ्यर्थी एक डेंटिस्ट बनने में सफलता प्राप्त कर पाता है | आपने अधिकतर देखा होगा, कि जो लोग अधिक मीठा खाना पसंद करते है, अक्सर वह लोग अपने दांतों को लेकर परेशान रहते है, क्योंकि अधिक मीठा खाने से अक्सर दांतों में दर्द बना ही रहता है, और वहीं बहुत से लोगों के दांतों में अधिक ठंडा पानी पीने से हल्की झनझनाहट सी रहती है |
इस तरह की परेशानियों का सामना करने वाले लोग अक्सर एक डेंटिस्ट के पास ही जाते है, जो तुरंत ही अपने बेहतरीन इलाज से उनके दांतों की परेशानी को दूर कर देते है | अभ्यर्थी 12वीं या ग्रेज्युएशन करने के बाद इस कोर्स को कर सकते है| वैसे अधिकतर अभ्यर्थी 12वीं के बाद ही इस कोर्स को करने की शुरुआत कर देते है |
बीडीएस का फुल क्या है (BDS Full Form in Hindi )?
बीडीएस का फुल “Bachelor of Dental Surgery” होता है | वहीं इसका हिन्दी में उच्चारण “बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी” होता है | इसके अलावा एक डेंटिस्ट को दंत चिकित्सा सर्जरी के स्नातक के रूप में भी जाना जाता है |
बीडीएस कोर्स करने के लिए योग्यता (BDS Course Eligibility)
- 12वीं की परीक्षा में सफलता प्राप्त कर लेने के बाद अभ्यर्थी बीडीएस का कोर्स करने में सफलता प्राप्त कर सकते है |
- बीडीएस का कोर्स करने के लिए अभ्यर्थी को 12वीं की कक्षा में भौतिक विज्ञान(Physics),रसायन विज्ञान (Chemistry), जीव विज्ञान (Zoology) और अंग्रेजी (English) विषयों के साथ पढ़ाई करना आवश्यक होता है |
- अभ्यर्थियों को बीडीएस में प्रवेश लेने के लिए सबसे पहले बीडीएस की प्रवेश परीक्षा में सफलता प्राप्त करना अनिवार्य किया जाता है |
बीडीस की प्रवेश परीक्षाएं (BDS Entrance Exam)
अभ्यर्थी बीडीस की प्रवेश परीक्षाओं के रूप में एनईईटी, एआईपीएमटी, कॉमेडके जैसी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर लेने के बाद किसी भी कॉलज में बीडीस के लिए प्रवेश ले सकते है |
बीडीएस कोर्स की अवधि (BDS CoursePeriod)
यदि अभ्यर्थी 12वी, कक्षा के बाद बीडीएस कोर्स करना चाहता है, तो वह 3.5 वर्ष में इस कोर्स को पूरा करके डिग्री प्राप्त कर सकते है | इसके अलावा सभी कॉलेज अपने मुताबिक़ इस कोर्स को पूरा कराने का समय तय करते है | यह अलग-अलग कॉलेज एवं यूनिवर्सिटी पर निर्भर करता है। वहीं यदि अभ्यर्थी इस कोर्स में1 वर्ष का इंटर्नशिप करना चाहता है, तो वह प्रतिष्ठित डेंटल कॉलेज से आसानी पूर्वक कर सकते है। इसके साथ ही यदि अभ्यर्थी इस कोर्स को करने में 3.5 वर्ष लेते है, तो उस अभ्यर्थी को नौकरी बहुत ही जल्द प्राप्त हो जाती है |
बीडीएस कोर्स फीस (BDS Course Fees)
बीडीएस का कोर्स करने वाले अभ्यर्थियों को दो लाख से लेकर 10 लाख़ रु०तक फीस के तौर पर जमा करने होते है। इसके अतिरिक्त अभ्यर्थी अलग-अलग कॉलेजों एवं यूनिवर्सिटी के मुताबिक़, कम या ज्यादा रूपये भी फीस के तौर पर जमा कर सकते है |
इस कोर्स को करने के बाद आप काम करने वाली पोस्ट
अभ्यर्थी इस कोर्स को पूरा करने के बाद डेंटल सर्जन, डेंटल असिस्टेंट, ओरल पैथोलॉजी आदि के पोस्ट पर आसानी पूर्वक नौकरी कर सकते है |
बीडीएस टू एमबीबीएस
बीडीएस टू एमबीबीएस ब्रिज कोर्स एक डेंटल साइंस ग्रेजुएट को भारत में किसी भी क्लीनिक, हॉस्पिटल व संस्थान में एक जनरल फिजिशियन के रूप में कार्य करने देने की अनुमति प्रदान करता है। इस कोर्स को करने के बाद विद्यार्थी का ग्रामीण क्षेत्र में कम से कम 3 वर्षों तक सेवा देना अनिवार्य है। डेंटल काउन्सलिंग ऑफ़ इंडिया के प्रस्ताव के अनुसार इस 3 वर्षीय प्रोग्राम के दो भाग हैं:
- पहली यह कि ब्रिज कोर्स ऐसे बीडीएस ग्रेजुएट को फायदा पहुंचाएंगा, जो एक फुल टाइम नौकरी का अवसर तलाश रहे हैं।
- दूसरा यह कि यह कोर्स डेंटल कोर्स के विद्यार्थियों को अपना करियर बदलने का अवसर प्रदान करेगा।
बीडीएस टू एमबीबीएस ब्रिज कोर्स कौशल पूर्ण चिकित्सा कर्मियों की कमी को घटाने की क्षमता रखता है। यह कोर्स डेंटल साइंस के विद्यार्थियों को मेडिकल व सर्जरी के बड़े क्षेत्र में अपने लिए अवसर बनाने का मौका देता है।
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बीडीएस करने के बाद क्या करें?
डेंटिस्ट डॉक्टर को सरकारी और प्राइवेट सेक्टर दोनों क्षेत्रों में रोजगार के अवसर मिलते हैं। अधिकांश डेंटिस्ट डॉक्टर एक प्रोफेशन के रूप में जॉब करना पसंद करते हैं। लेकिन वैसे तो बहुत कुछ चीजों में आप जॉब कर सकते हो बस आपके पास ज्ञान होना चाहिए तो वैसे बीडीएस करने के बाद आपके पास बहुत सारे ऑप्शन उपलब्ध होते है। यहाँ हम आपको कुछ ऐसी जॉब्स के बारे में बताने वाले है जिनको सबसे ज्यादा लोग करना पसंद करते है।
- फोरेंसिक
- ओरल पैथोलोजिस्ट
- कंसलटेंट
- डेंटल असिस्टेंट
- डेंटल हीगेनिस्ट
- मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव / सेल्स रिप्रेजेन्टेटिव
- प्राइवेट प्रैक्टिशनर्स
- पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट्स
- प्रोफेसर
- डेंटल सर्जन
सैलरी
कोर्स | करियर स्कोप | औसत सालाना सैलरी |
MBBS के बाद MBA | हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेटर, हॉस्पिटल मैनेजर, हेल्थ इंफॉर्मेशन मैनेजर, फार्मास्युटिकल प्रोजेक्ट मैनेजर, हेल्थकेयर सलाहकार | ₹60,000-2.5 लाख प्रति माह |
MBBS के बाद MD या एमएस | मेडिकल स्पेशलिस्ट, स्पेशलिस्ट डॉक्टर, सर्जन, रिसर्च फेलो | ₹25,000-3 लाख प्रति माह |
हैल्थ एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स (MHA) | कैट एडमिनिस्ट्रेटर, मेडिकल मैनेजर, फार्मास्युटिकल रिप्रेजेंटेटिव, आदि | 2-3 लाख प्रति माह |
मेडिकल और क्लीनिक रिसर्च | रिसर्च एसोसिएट | शुरुआती वेतन के रूप में ₹20,000-25,000 प्रति माह |