बीसीए कोर्स क्या है – कोर्स, योग्यता, एडमिशन, कोर्स फीस | BCA के बाद सैलरी

देश में पढ़ाई करने वाला प्रत्येक अभ्यर्थी अपने मन में पहले से ही विचार कर लेता है, कि वह अपने जीवन में एक अच्छा पद प्राप्त करने में कामयाबी हासिल करेगा | अभ्यर्थी अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए 12वीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद ही अपना पसंदीदा कोर्स करने का प्रयास करते है, ताकि वह अपने मन मुताबिक़ किसी अच्छी जॉब को प्राप्त कर सके, क्योंकि सभी अभ्यर्थी अलग-अलग जॉब प्राप्त करना चाहते है | बहुत से अभ्यर्थी ऐसे होते है, जो कंप्यूटर आधारित किसी नौकरी को प्राप्त करना चाहते है |

इसलिए कंप्यूटर आधारित नौकरी करने के लिए अभ्यर्थी 12वीं की कक्षा की परीक्षा में सफलता प्राप्त कर लेने के बाद ही बीसीए का कोर्स करने के लिए अप्लाई करते है | यह कोर्स कम्प्यूटर पर काम करने वाले अभ्यर्थियों के लिए बहुत ही अच्छा कोर्स माना जाता है | इसलिए यदि आप भी वेबसाइट डिजाइन, एप्लीकेशन डवलपमेंट और प्रोग्रामिंग के बारे में सीखना चाहते है, तो यहाँ पर आपको BCA कोर्स से सम्बंधित जानकारी प्रदान की जा रही है, क्योंकि बीसीए के कोर्स में वेबसाइट डिजाइन, एप्लीकेशन डवलपमेंट और प्रोग्रामिंग के बारे में अच्छे से सिखाया जाता है |

O, A, B, C Level कंप्यूटर कोर्स क्या है

बीसीए कोर्स क्या है ?

अभ्यर्थी BCA का कोर्स 12वीं की परीक्षा में सफलता प्राप्त कर लेने के बाद कर सकते है | यह कोर्स मुख्य रूप से एक प्रोफेशनल डिग्री कोर्स माना जाता है | इस कोर्स को करने के लिए अभ्यर्थी को कम से कम तीन साल का समय देना होता है | इसके बाद अभ्यर्थी इस परीक्षा के आधार पर कहीं भी नौकरी के लिए अप्लाई कर सकते है | अभ्यर्थी को इस कोर्स के दौरान कंप्यूटर एप्लीकेशंस, कंप्यूटर साइंस और सॉफ्टवेयर के विषय में जानकारी प्रदान की जाती है | इस कोर्स को करने के बाद अभ्यर्थी को कोर्स के मुताबिक़ कहीं भी अच्छी नौकरी प्राप्त हो सकती है | इसलिए अभ्यर्थियों के लिए यह कोर्स बहुत ही महत्वपूर्ण कोर्स माना जाता है |

बीसीए का फुल फॉर्म क्या है (BCA Full Form in Hindi)?

बीसीए का फुल फुल फॉर्म “Bachelor of Computer Application” होता है | वहीं इसका हिन्दी में उच्चारण “बैचलर ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन” होता है । इस कोर्स को पूरा कराने के लिए 3 वर्ष का समय निर्धारित किया जाता है, जिसके अंतर्गत अभ्यर्थियों को इस कोर्स से सम्बंधित पूरी जानकारी प्राप्त करनी होती है |

बीसीए कोर्स की योग्यता (BCA Course Eligibility)

अभ्यर्थी 12वीं की परीक्षा अच्छे अंको से उत्तीर्ण करने के बाद सीधे बीसीए  का कोर्स कर सकते है | 12वीं की परीक्षा में अपने मन मुताबिक़ विषयो का चुनाव कर सकते है, लेकिन अभ्यर्थियों को बारहवीं की परीक्षा में कम से कम 45% अंक प्राप्त करने आवश्यक है, जिसके बाद ही अभ्यर्थी बीसीए का कोर्स करने के लिए प्रवेश ले सकते है | हालांकि कुछ कॉलेजों में बीसीए कोर्स के लिए साइंस, मैथ और कंप्यूटर साइंस जैसे विषयो की मांग की जाती है | इसलिए 12वीं कक्षा के अभ्यर्थियों के पास इन विषयो में से किसी एक विषय का होना अनिवार्य है | इसके बाद अभ्यर्थी किसी भी कॉलेज में आसानी पूर्वक प्रवेश ले सकते है | इसके अलावा बीसीए का कोर्स करने से पहले अभ्यर्थियों को एंट्रेस एग्जाम पास करना होता है, जिसके बाद ही अभ्यर्थियों को किसी कॉलेज में इस कोर्स के लिए प्रवेश मिल सकता है |

बीसीए कोर्स की फीस (BCA Course Fees)

यदि अभ्यर्थी किसी सरकारी कॉलेज से इस कोर्स की पढ़ाई करता है, तो इसके लिए अभ्यर्थियों को फीस के तौर पर 1 लाख से लेकर 2 लाख  रूपये तक जमा करने होते है और यदि अभ्यर्थी किसी प्राइवेट कॉलेज में प्रवेश  लेता है, तो इसके लिए अभ्यर्थियों को 6 लाख रूपये तक जमा करने होते है | इसके अलावा किसी – किसी  गवर्नमेंट कॉलेज में अभ्यर्थियों को केवल 40 हजार रूपये ही जमा करने होते है |

बीसीए में कुल सेमेस्टर (BCA Semester)

बीसीए में अभ्यर्थियों को कुल 6 सेमेस्टर के पेपरों को देना होता हैं। इन सेमेस्टरों के मुताबिक अभ्यर्थियों को प्रत्येक सेमेस्टर में अलग-अलग विषयों के बारे में जानकारी प्रदान की जाती  हैं।  इस कोर्स को करने बाद अभ्यर्थी को कंप्यूटर बेसिक, नेटवर्किंग, वेबसाइट डेवलपमेंट, प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जैसे JAVA, C++, Python आदि की जानकारी प्राप्त हो जाती है। 

एमबीए कोर्स क्या है

बीसीए में सेमेस्टर सूची की जानकारी

अभ्यर्थियों को बीसीए के फर्स्ट और सेकण्ड सेमेस्टर में स्टैटिक्स,  मैथमेटिक्स, ऑपरेटिंग सिस्टम, कमयुटेटिव इंग्लिश जैसे विषयों के बारे में अवगत कराया जाता है |

Semester 1Semester 2
Hardware LabCommunicative English
C ProgrammingVisual Programming Lab
Digital Computer FundamentalsOperating Systems
Foundational MathematicsData Structures
Statistics IBasic Discrete Mathematics

बीसीए के थर्ड और फोर्थ सेमेस्टर की जानकारी

बीसीए के थर्ड और फोर्थ सेमेस्टर में अभ्यर्थियों को अलजेब्रा, फाइनेंशियल अकाउंटिंग, फाइनेंशियल मैनेजमेंट, डेटाबेस मैनेजमेंट, प्रोग्रामिंग इन जावा, कंप्यूटर नेटवर्क्स आदि के बारे में पढ़ाया जाता है |

Semester 3Semester 4
Introductory AlgebraComputer Networks
Software EngineeringProgramming In Java
Oracle LabDBMS Project Lab
Object Oriented Programming Using C++Financial Management
Interpersonal CommunicationWeb Technology Lab

बीसीए के पांचवे और छठे सेमेस्टर की जानकारी

बीसीए के पांचवें और छठे सेमेस्टर के बारे में बात करें तो, इन दोनों सेमेस्टरों में अभ्यर्थी को ग्राफिक और एनिमेशन, क्लाउड कंप्यूटिंग, मल्टीमीडिया एप्लीकेशन, पाइथन प्रोग्रामिंग लैंग्वेज जैसे जरुरी विषयों के बारे में जानकारी प्रदान की जाती है |

Semester 5Semester 6
Unix ProgrammingIntroduction To Soft Computing
User Interface DesignMultimedia Applications
Python ProgrammingCloud Computing
Graphics And AnimationDesign And Analysis Of Algorithms
Business IntelligenceComputer Architecture

इसके अलावा बीसीए के प्रत्येक सेमेस्टर के दौरान अभ्यर्थियों को प्रोजेक्ट सबमिट करने होते है, क्योंकि अभ्यर्थी द्वारा तैयार किये जाने वाले प्रोजेक्ट के नम्बर भी फाइनल मार्क्स में जोड़े जाते है |

डीएलएड (D.EL.ED) क्या होता है

बीसीए कोर्स के लिए आवेदन (BCA Course Apply)

बीसीए करने के लिए सबसे पहले अभ्यर्थी को साइंस के किसी भी विषय में 12वीं की कक्षा में सफलाता प्राप्त करना अनिवार्य होता है | इसके बाद अभ्यर्थी को बीसीए में प्रवेश लेने के लिए एक एंट्रेंस एग्जाम में सफलता प्राप्त करना होता है, यदि अभ्यर्थी कॉलेज द्वारा आयोजित किये जाने वाले एंट्रेस एग्जाम में सफलता प्राप्त कर लेते है, तो अभ्यर्थी प्राइवेट के साथ-साथ किसी सरकारी कॉलेज में भी प्रवेश के लिए अप्लाई कर सकते है |

बीसीए कोर्स का पाठ्यक्रम (BCA Syllabus)

बीसीए कोर्स के अंतर्गत अभ्यर्थी को कंप्यूटर से सम्बंधित हर प्रकार की जानकारी प्रदान की जाती है | जैसे –

  • कंप्यूटर फंडामेंटल |
  • सी प्रोग्रामिंग |
  • मूल दृश्य |
  • सिस्टम विश्लेषण और डिजाइन |
  • संगठनात्मक व्यवहार |
  • कंप्यूटर प्रयोगशाला और व्यावहारिक कार्य |
  • बीसीए कोर्स के बाद जॉब  (Job Opportunities After BCA Course)
  • कम्प्यूटर प्रोग्रामर(Computer Programmer)
  • कम्प्यूटर सिस्टम एनालिस्ट(Computer System Analyst)
  • डाटाबेस एडमिनिस्ट्रेशन (Database Administration)
  • इनफार्मेशन सिस्टम मैनेजर (Information System Manager)
  • साफ्टवेयर डेवलपर या साफ्टवेयर प्बलिशर (Software Developer Or Software Publisher)
  • सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर (System Administrator)
  • किसी भी कालेज या इन्सटीट्यूट में शिक्षक या लेक्चरर (Teacher Or Lecturer In Any Organization Or Institute)

बीसीए कोर्स करने हेतु प्रमुख शिक्षण संस्थान (BCA Course Institute)

  1. गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, दिल्ली |
  2. अम्बेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली |
  3. रुहेलखंड यूनिवर्सिटी, बरेली |
  4. माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी, भोपाल |
  5. देवी अहिल्या यूनिवर्सिटी, इंदौर |
  6. जेवियर्स इंस्टीट्यूट ऑफ कंप्यूटर एप्लिकेशन, अहमदाबाद |
  7. नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, मुम्बई |
  8. छत्रपति शाहूजी महाराज यूनिवर्सिटी, कानपुर |
  9. मद्रास क्रिस्चियन कॉलेज, चेन्नई |
  10. द आक्सफोर्ड कॉलेज ऑफ साइंस, बैंगलोर |

बीसीए के बाद सैलरी (BCA Salary)

बीसीए कोर्स करने वाले अभ्यर्थियों को नौकरी के शुरुआती दौर में प्रतिमाह  25,000- 40,000 तक  सैलरी प्रदान की जा सकती है। वहीं, Google, Microsoft, Facebook जैसी बड़ी कम्पनी में नौकरी करने पर अभ्यर्थी को प्रतिमाह लगभग  50,000-1,00,000 तक सैलरी प्राप्त हो सकती है।

बीसीए के बाद टॉप कोर्स  

Bachelor of Computer Application (BCA) कोर्स छात्रों को इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में करियर के कई विकल्प उपलब्ध करता है। इसके बाद इस डिग्री का सही लाभ उठाने के लिए जरूरी है कि छात्र पोस्टग्रेजुएट स्तर पर सही स्पेशलाइजेशन का चुनाव करें। बीसीए के बाद आपके पास कई पोस्टग्रेजुएट कोर्स चुनने का विकल्प होता है। नीचे बीसीए के बाद लोकप्रिय कोर्स सूची दी गई है।

  • Masters in Computer Application (MCA)
  • Masters in Information Management (MIM)
  • Masters in Computer Management (MCM)
  • Information Security Management (ISM)
  • Master of Business Administration (MBA)
  • Post Graduate Diploma in Computer Application (PGPCS)

मास्टर्स इन कंप्यूटर एप्लीकेशन (MCA)

बीसीए के बाद मास्टर्स के लिए सबसे लोकप्रिय कोर्सेज मे से एक एमसीए है, एक पोस्टग्रेजुएट कोर्स है जिसकी अवधि 2 साल होती है। इस कोर्स के अंदर छात्रों को कंप्यूटर प्रोग्राम, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, कंप्यूटर आर्किटेक्चर, ऑपरेटिंग सिस्टम आदि के बारे में पढ़ाया जाता है। एमसीए कोर्स प्रोग्रामिंग लैंग्वेज, IT स्किल और ऐसे ही अन्य कांसेप्ट की विस्तृत जानकारी प्रदान करता है।

योग्यता

मास्टर्स इन कंप्यूटर एप्लीकेशन के लिए योग्यताएं निम्नलिखित हैं :-

  • कैंडिडेट ने बीसीए या संबंधित कोर्स में ग्रेजुएशन कम्पलीट किया हो।
  • भारत की कुछ यूनिवर्सिटी एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करती हैं, जिसे क्लियर करके आवेदक एमसीए के लिए योग्य होते हैं।
  • विदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज GRE स्कोर की मांग करती हैं।
  • विदेश में एमसीए के लिए TOEFL स्कोर की भी आवश्यकता होती है।

एमसीए के बाद करियर विकल्प

एमसीए के बाद करियर विकल्प निम्नलिखित हैं :-

  • सॉफ्टवेयर इंजीनियर
  • टेस्ट इंजीनियर
  • नेटवर्क इंजीनियर
  • क्वालिटी एश्योरेंस इंजीनियर
  • सॉफ्टवेयर सलाहकार
  • सिस्टम एनालिस्ट
  • डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर
  • प्रोग्रामर

चार्टर्ड एकाउंटेंट कैसे बने