प्रोफेसर कैसे बनें |Professor Kaise bane In Hindi,

आज के समय में अच्छी नौकरी की सबको तलाश होती है | इसके लिए हर व्यक्ति किसी न किसी तरह की तैयारी में लगा होता है | इसमें से ही कुछ लोगो की रुचि टीचिंग में होती है, जिस वजह से वह टीचिंग के क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहते है | शिक्षा के क्षेत्र में भी कई पद होते है, जिसमे आपको अपनी इच्छानुसार पद का चयन कर उसकी तैयारी करनी होती है | जिसमे से एक पद प्रोफेसर (Professor) का भी होता है, जो किसी कॉलेज में एक बहुत ही सम्मान वाला पद होता है | एक प्रोफ़ेसर का कार्य अपने कॉलेज के विद्यार्थियों को अच्छी शिक्षा देना होता है,जिसके लिए आपके पास चयनित विषय का अच्छा ज्ञान भी होना चाहिए,तभी आप एक प्रोफ़ेसर बनसकते है |

यदि आप भी प्रोफेसर के पद पर कार्य करना चाहते है, तो उसके लिए आपको सही दिशा में कड़ी मेहनत करने की जरूरत होती है | इस लेख में आपको प्रोफेसर कैसे बने तथा प्रोफेसर की डिग्री और आयु कितनी होनी चाहिए | इसके अलावा सैलरी और तैयारी कैसे करे इसके बारे में भी बताया गया है |

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प्रोफेसर कैसे बने (How to Become Professor)

यदि आप शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रोफेसर का पद प्राप्त करना चाहते है, तो उसके लिए आपको स्नातक और परस्नातक की डिग्री प्राप्त करनी होती है | परास्नातक में उत्तीर्ण होने के पश्चात् आपको NET की परीक्षा देनी होती है | यह एक प्रवेश परीक्षा होती है, जिसे राष्ट्रीय स्तर पर कराया जाता है | नेट का एग्जाम काफी कठिन होता है, क्योकि इसमें उत्तीर्ण उम्मीदवार असिस्टेंट प्रोफेसर पद के योग्य हो जाता है | नेट परीक्षा के अतिरिक्त भी अन्य तरह के स्टेट लेवल पर एग्जाम होते है, जिसमे सफलता पाकर भी आप प्रोफ़ेसर बन सकते है | किन्तु स्टेट लेवल परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर आप केवल उसी राज्य के किसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में प्रोफ़ेसर बन कर शिक्षा दे सकते है |

प्रोफेसर के प्रकार

  • असिस्टेंट प्रोफेसर
  • एसोसिएट प्रोफेसर
  • हेड ऑफ़ डिपार्टमेंट
  • विजिटिंग प्रोफेसर
  • एमेरिटस प्रोफेसर

प्रोफेसर बनने के लिए  डिग्री (Professor Required Qualification& Degree)

  • स्नातक की डिग्री होनी चाहिए |
  • परास्नातक की डिग्री होनी चाहिए |
  • पोस्ट ग्रेजुएट में आपके न्यूनतम 55% अंक होने चाहिए |
  • प्रोफ़ेसर बनने के लिए कोई आयु सीमा निर्धारित नहीं की गयी है |

प्रोफेसर बनने के लिए स्किल्स

प्रोफेसर बनने के लिए आपके पास स्पेसिफिक स्किल होना भी ज़रूरी है –

  1. एक अच्छे प्रोफेसर में क्रिएटिव थिंकिंग होनी चाहिए। ताकि वे टॉपिक को रोचक बना सकें और छात्र पढ़ाई के प्रति उत्साहित हों।
  2.  उनके पास अच्छी कम्युनिकेशन स्किल भी होनी चाहिए, ताकि वे अपने छात्रों के साथ कम्यूनिकेट कर सकें और बेहतर ढंग से उनके प्रश्नों को हल कर सकें।
  3. एक अच्छा प्रोफेसर बनने के लिए एक अच्छा स्पीकर होना ज़रूरी है। साथ ही आपकी प्रेजेंटेशन स्किल अच्छी होनी चाहिए ताकि छात्रों को कोई डाउट न रहे।
  4. एक अच्छे प्रोफेसर को टाइम मैनेजमेंट आना चाहिए, क्योंकि उनकी बहुत सारी जिम्मेदारियां होती हैं। जिसे सही समय पर किया जाना जरूरी है।

प्रोफेसर की तैयारी कैसे करे (Professor Preparation)

प्रोफ़ेसर बनने के लिए आपको पहले से ही तैयारी करनी होती है, तभी आप एक सफल प्रोफ़ेसर बन सकते है, यहाँ आपको प्रोफ़ेसर बनने के लिए तैयारी कैसे करे के बारे में जानकारी दी जा रही है |

इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण करे

सर्वप्रथम आपको इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है | जब आप हाईस्कूल उत्तीर्ण कर चुके होते है, तो आपको इंटर में जाने से पहले ही अपने विषय का चयन करना होता है, जैसे यदि आप एक इंजीनियर बनना चाहते है, तो उसके लिए आप PCM का चुनाव करते है | प्रोफ़ेसर बनने में अच्छी बात यह है, कि आप जिस विषय का अध्ययन कर रहे है, उसमे ही एडवांस शिक्षा प्राप्त कर प्रोफ़ेसर बन सकते है | इसके लिए सबसे पहले आप बाहरवीं कि परीक्षा को उत्तीर्ण कर ले |

स्नातक (Graduate) की परीक्षा उत्तीर्ण करे

जब आप इंटर पास चुके होते है, तो आपको स्नातक करना होता है | ग्रेजुएशन को उच्च शिक्षा का आधार कहा जाता है | ग्रेजुएशन के अंत तक आपको यह निश्चय कर लेना होता है, कि आपकी किस विषय में सबसे ज्यादा रुचि है | उसी विषय का चयन कर आपको आगे की तैयारी करनी होती है |

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परस्नातक (Post-Graduate)

स्नातक करने के पश्चात और परस्नातक करने के दौरान आप अपना विषय तय कर चुके होते है | आप जिस विषय को चुनते है, उसका अध्यन आपको बहुत ही गहनता से करना होता है | क्योकि प्रोफ़ेसर बनने के लिए आपको जिस एग्जाम को देना होता है, उसमे आपसे उसी सब्जेक्ट से संबंधित प्रश्न पूछे जाते है | प्रोफ़ेसर बनने हेतु प्रवेश परीक्षा में बैठने के लिए आपको परस्नातक में न्यूनतम 55% अंक लाने होते है | इसके अतिरिक्त आरक्षित श्रेणी में आने वाले उम्मीदवारों को 5% की छूट दी जाती है |

यूजीसी नेट/ CSIR UGC NET की परीक्षा

जब आप परास्नातक उत्तीर्ण कर लेते है, तो आपको यूजीसी नेट की परीक्षा को पास करना होता है | यह परीक्षा आप परास्नातक (Post-Graduate) के अंतिम वर्ष में भी दे सकते है | वह उम्मीदवार जिन्होंने साइंस से पोस्ट ग्रेजुएट किया है, उन्हें CSIR UGC NET की परीक्षा देनी होती है | UGC NET/CSIR एग्जाम में उत्तीर्ण उम्मीदवार देश के किसी भी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए आवेदन का सकता है |

SLET/SET

इस परीक्षा को राज्य स्तर पर कराया जाता है | SLET (State Level Eligibilty Test) की परीक्षा को अभ्यर्थी जिस स्टेट में पास करता है | वह केवल उस राज्य के सभी कालेजों में प्रोफ़ेसर पद के लिए आवेदन कर सकता है |

एम फिल या पीएचडी (M.Phil/P.hd)

आप एम फिल या पीएचडी में से किसी एक को कर सकते है | दोनों ही को करने के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन का होना आवश्यक होता है | किन्तु एम फील करके आप प्रोफ़ेसर नहीं बन सकते है |

उसके लिए आपको पीएचडी या NET/SLET Exam को क्लीयर करना होता है | यदि आप पीएचडी कर चुके है, तो आपको UGC NET Exam में छूट प्राप्त होती है | किन्तु यह तभी मान्य होता है, जब आपने पीएचडी को रेगुलर मोड से किया हो, तथा न्यूनतम दो रिसर्च पेपर का पब्लिश होना जरूरी है |

इसके अतिरिक्त UGC द्वारा प्रोफ़ेसर बनने के लिए कुछ नए नियम निर्धारित किये गए है, जो इस प्रकार है:-

  • यदि आप किसी यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त होना चाहते है, तो उसके लिए सिर्फ UGC NET या SET, CSIR की परीक्षा पर्याप्त नहीं है, आपका P. hd भी जरूर होना चाहिए |
  • एक असिस्टेंट प्रोफ़ेसर को असोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के पद पर तभी पदोन्नत किया जाता है, जब उसने पीएचडी की हो |
  • किसी भी यूनिवर्सिटी या कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर बनने के लिए मान्य योग्यता वही है, जिसे ऊपर बताया गया है |

प्रोफ़ेसर की चयन प्रक्रिया (Professor Selection Process)

  • सभी यूनिवर्सिटी अपने संस्थान में समय-समय पर वैकेंसी निकालती रहती है |
  • उम्मीदवार यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर या समाचार पत्रों से वैकेंसी की जानकारी प्राप्त कर सकते है |
  • आवेदन फॉर्म भरने के बाद आपको साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है |
  • साक्षात्कार और शैक्षिक योग्यता के आधार पर मेरिट लिस्ट को तैयार किया जाता है |
  • इसके बाद कॉलेजों में स्टेट पीएससी के माध्यम से भर्तियां की जाती है, जिसके लिए आपको लिखित परीक्षा में बैठना होता है |
  • लिखित परीक्षा के पश्चात् इंटरव्यू देना होता है |
  • इसके बाद एक अंतिम सूची जारी की जाती है |
  • सबसे पहले उम्मीदवार को असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त किया जाता है |
  • इसके बाद अनुभव के आधार पर आप असोसिएट प्रोफेसर और प्रोफ़ेसर के पद पर कार्य कर सकते है |

PhD के लिए भारत में कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज़

  • IIT, बॉम्बे
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़, बैंगलोर
  • दिल्ली यूनिवर्सिटी
  • जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी
  • IIT, दिल्ली
  • IIT, मद्रास
  • हैदराबाद यूनिवर्सिटी
  • लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, पंजाब
  • एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
  • सावित्री बाई फुले यूनिवर्सिटी

PhD के लिए विश्व की कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज़

  • ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय
  • स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय
  • हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
  • कैलिफोर्निया इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
  • मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी)
  • कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय
  • यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्केले
  • येल विश्वविद्यालय
  • प्रिंसटन विश्वविद्यालय
  • शिकागो विश्वविद्यालय

प्रोफ़ेसर का वेतन (Professor Salary)

जब आप एक असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नियुक्त होते है, तो आपको आरम्भ में 37,000 से 67,000 के मध्य मासिक वेतन दिया जाता है | इसके बाद जब आप प्रोफ़ेसर बन जाते है, तो आपको 1 लाख 85 हजार का वेतन प्रतिमाह मिलता है |

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