कविता कैसे बनाये | Shayar/Poet Kaise Bane | कवि सम्मलेन में भाग कैसे लें

देश के सभी अभ्यर्थी अपनी-अपनी एक अलग पहचान बनाना चाहते है, जिसके लिए कुछ अभ्यर्थी ऐसे होते है, जो एक बड़ा डॉक्टर बनने का सपना देखते है, तो वहीं कई अभ्यर्थी ऑफिसर, इंजीनियर, वकील या फिर एक अध्यापक का पद प्राप्त करने की इच्छा रखते है | इसी तरह कई अभ्यर्थी ऐसे भी होते है, जो अपने जीवन के शुरुआत से ही एक कवि या शायर बनने का सपना देखते है | शायर या कवि वह लोग होते है, जो पूरी दुनिया के लोगों द्वारा जाने जाते है |

एक शायर कवि बनने वाले व्यक्ति के अंदर कई खूबियाँ होती है और उनके पास कुछ अलग से भगवान् का दिया हुआ तेज दिमाग और गले की आवाज एक तोहफा होता है | इसलिए आपके अंदर एक कवि या शायर बनने की खूबी है और आप एक कवि बनने का सपना देख रहें है, तो इस लेख में आपको कविता कैसे बनाये | Shayar/Poet Kaise Bane | कवि सम्मलेन में भाग कैसे लें | इसकी पूरी जानकारी प्रदान की जा रही है | 

सिंगर कैसे बनते है

Shayar / Kavi कैसे बने ( How Shayar / Kavi) ?

शायर बनने के लिए किसी अच्छी एजुकेशन की आवश्यकता नहीं होती है, क्योंकि एक कविता लिखने वाले व्यक्ति को किसी भी माहौल में एक शायरी करने का हुनर होना चाहिए | एक कवि को ऐसी शायरी पेश करनी चाहिए, जिसे सुनकर लोग पहली बार में उसके फैन हो जाए | यदि ऐसा हो जाता है, तो आपकी शायरी या कविता लोगों द्वारा अधिक पसंद किये जाने लगे, तो आप बहुत ही जल्द एक मशहूर शायर बन सकते है | 

शायर बनने के लिए कुछ महत्वपूर्ण स्टेप ( Important step become to shayar ) 

आप नीचे दिए गए इन स्टेपों की सहायता से एक महत्वपूर्ण शायर बन सकते है, तो आइये जानते इन ख़ास स्टेपों के बारे में – 

शायरी पढ़ते और सुनते रहिये (Keep reading an listening shayri ) 

एक शायर बनने के लिए व्यक्ति को प्रतिदिन शायरी को पढ़ना और उन्हें सुनने का प्रयास करते रहना चाहिए, क्योंकि यदि आप अपने फ्री समय में शायरी को पढ़ते या सुनते है, तो आपको शायरी कैसे की जाती है, शायरी में ख़ास बात क्या है, शायरी कैसी तैयारी की गई , इस शायरी का क्या अर्थ आदि इस तरह की बातों का ज्ञान भी हो जाएगा | इसलिए एक शायर बनने वाले व्यक्ति को अपने फ्री समय में शायरी का अनुभव अवश्य की करते रहना चाहिए | 

शब्दों को समझने का प्रयास करें (Try to understand to words ) 

यदि आप कहीं जाते है या फिर कवी से सम्बंधित कोई शो देखते है, तो उसमें आपको एक शायर के कहे हुए हर एक शब्दों पर विशेष देना होता है, और उन शब्दों का अर्थ समझना होता है, क्योंकि यदि आपको किसी भी शायरी के शब्द समझ में आ जाते है, तो आप कहीं भी एक शायरी बनाकर पेश कर सकते है | इसलिए एक शायर बनने के लिए शायरी के शब्दों को समझना बहुत ही आवश्यक होता है |  

शायरी की शैली ( Shayri ki shaily ) 

शायरी के लिए प्रमुख रूप से कई शैलियाँ तैयार की गई है , जिसका ज्ञान एक शायर बनने वाले व्यक्ति को होना जरुरी होता है, क्योंकि जब तक आप इन शैलियों के विषय में अच्छे से जानकारी नहीं प्राप्त कर लेते है, तब तक आप  एक सफल शायर नहीं बन सकते है |  एक शायर के रूप में सफलता प्राप्त करने के लिए शायरी बनाने के लिए निम्न प्रकार की शैलियाँ उपलब्ध है, जो इस प्रकार से है-

  • हर
  • मतला
  • मकता
  • अरकान
  • रदीफ
  • काफिया
  • मिसरा ऊला
  • मिसरा सानी
  • समतुकांत

यूट्यूब वीडियो (You tube video) 

शायर बनने वाले व्यक्ति को अपने आप लोगों के सामने पेश करने के लिए यूट्यूब जैसे शोशल मीडिया का सहारा ले सकते है, क्योंकि दुनिया में ऐसे बहुत से लोग होते है, जो अकेले में तो शायरी कर लेते है, लेकिन वह अन्य लोगों के सामने शायरी पेश करने में हिचहिचकाते है, जिससे वह कभी के सफल शायर के रूप में विकास नहीं कर पाते है | इसलिए यदि आप सफल शायर के रूप में विकास करना चाहते है, तो आप अपने फेश के साथ अपनी शायरी के वीडियों बनाकर यूट्यूब पर डालें | इससे आपको अपने हुनर का भी एहसास हो जाएगा |  

शायरी लिखने की कोशिश करें (Try to write thee Shayri) 

एक शायर के लिए प्रैक्टिस करना उतना ही आवश्यक होता है, जितना कि एक अभ्यर्थी के लिए पेपर के समय पढ़ाई करना | एक शायर को प्रतिदिन शायरी कहने और लिखने का प्रयास करते रहना चाहिए और इसके साथ जब कोई शायर अपनी किसी शायरी को लिखकर तैयार करता है, तो वह अपने घर के सदस्यों को अपनी शायरी को पढ़कर सुना सकता है | यदि एक शायर बनने वाला व्यक्ति ऐसा करता है, तो उसे बहुत जल्द  शायरी करने का अभ्यास हो जायेगा और तुरंत ही उसे अपनी शायरी में हुई गलतियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त हो जायेगी और समय रहते अपनी शायरी में सुधार कर पायेगा |  

कवि सम्मेलन में हिस्सा लें (Participate of Poetry conference)

यदि आप एक शायर बनने की तैयारी में लगे हुए है, तो आपको अपने अंदर की खूबी को पहचानने के लिए कहीं भी आयोजित किये जाने वाले मुशायरा या फिर कवि सम्मेलन में हिस्सा लेना चाहिए  क्योंकि  मुशायरा या फिर कवि सम्मेलन में कई ऐसे बड़े शायर आते है, जो देश – दुनिया में पहचाने जाते है | इसलिए यदि आप मुशायरा या फिर कवि सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, तो वहां पर आपकी  मुलाकात अच्छे-अच्छे कवियों और शायरों से होगी | कभी-कभी ऐसा होता है, कि आप उन्ही अच्छे-अच्छे कवियों और शायरों के माध्यम से उचाई तक पहुँचने में कामयाब हो सकते है और साथ ही में आपको अपनी शायरी पेश करने का भी मौका प्राप्त हो सकता है |    

आवाज में सुरीला और लचीलापन हो ( Have flexibility tone of voice ) 

एक शायर बनने वाले व्यक्ति की आवाज में सुरीला और लचीलापन होना बहुत ही आवश्यक होता है, क्योंकि यदि आपके स्वरों में बहुत ही मीठा पन होगा, तो लोग आपकी शायरी के साथ-साथ आपकी आवाज के भी फैन हो जायेंगे, क्योंकि कभी – कभी ऐसा होता है, कि कुछ लोगों को किसी शायर की आवाज ही इतनी अधिक पसंद आ जाती है, कि वह उसकी आवाज सुनने के लिए उसकी शायरी सुनाने के लिए बेचैन रहते है | 

कविता कैसे बनाये ( How to poem ) 

कविता बनाने के लिए आपका कठिन से कठिन परिश्रम करना ही जरुरी नहीं होता है, क्योंकि कविता बनाने का काम पेपरों में लिखने जैसा नहीं होता ही, क्योंकि पेपरों में तो बहुत से अभ्यर्थी ऐसे होते है, जो अपनी नोट्स बुक से रट्टा ,मारकर पेपरों को हल कर आते है | कविता बनाने के लिए आपको न ही किसी के पास जाना होता है और न ही किसी की मदद लेनी होती है, कविता बनाने का हुनर तो आप ही के अन्दर छिपा रहता है, जिसे आपको केवल परखने की आवश्यकता होती है, इसलिए आप कविता बनाने के लिए अपने आसपास के वातावरण को महशूश करें और अपनी आस-पास की सभी चीजों की खूबियों के बारे में जानने का प्रयास करें, अपने मन को बिलकुल शांत करके अपने तन – मन से किसी भी कविता का प्रारम्भ कर दें और आप  अपने कविता की गहराई तक पहुचं जाएँ | वहीं कहा जाता है कि, कविता बनाते समय आप उस कविता के हर पहलू में पूरी तरह से लीन होते चले जाए | ऐसा करने से आपको मालूम भी नहीं हो पाएगा, कि कब आपकी कविता आपके सामने बनकर तैयारी हो गई |   

कवि सम्मलेन में भाग कैसे लें (How to participate Poetry conference) 

कहीं भी आयोजित कवि सम्मलेन में हम सभी लोग एक श्रोता के रूप में शामिल होते है | इसलिए यदि आप भी किसी कवि सम्मलेन में शामिल होना चाहते है, तो आप भी एक श्रोता के रूप में शामिल होकर अपने द्वारा लिखी गई कविता को लोगों के सामने पेश कर सकते है | कभी – कभी आयोजित किये गये कवि सम्मलेन मंडली की ओर से श्रोताओं को आमंत्रित भी किया जाता है | इसलिये यदि आपकी भी किसी बड़े कवि से जान – पहचान है, तो आप उसके माध्यम से किसी भी कवि सम्मलेन में भाग ले सकते है | 

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देवेन्द्र सोनी द्वारा बनाई गई पांच नई कवितायें ( Five poems made by Devendra Soni ) 

देवेन्द्र सोनी

पांच नई कविताएँ
जरा हटके

1

रिश्तों के जाल

जब भी
पूरा होता दिखता है
कोई स्वार्थ हमारा
किसी से भी, तो हम
बढ़ाते हैं पहले नजदीकियां
और फिर जकड़ लेते हैं उसे
रिश्तों के जाल में।
करते हैं फिर दोहन
भावनाओं का
होता है इनसे खिलवाड़ भी।
टूटते,  दरकते हैं जब ये रिश्ते
अंततः हश्र होता ही है इनका
गहन पीड़ा और अवसाद में।
सीखते तब भी नहीं है हम
इन दुखद स्थितियों से
उलझे ही रहते हैं –
भावनाओं के जंजाल में।
समझना होगा,
सम्हलना होगा वक्त रहते
इस कथित मोहजाल से
अन्यथा
रूठ,टूट,छूट जायेंगे हमारे अपने।

2
विकार

विकार
होते ही हैं
हम सबके जीवन में
कोई न कोई विकार ।
हो सकते हैं ये –
शारीरिक अथवा मानसिक
या कभी कभी , कहीँ कहीँ तो
दोनों ही तरह के ।
होते हैं ठीक भी ये
समय पर उपचार करने से ।
मानते हैं न इसे तो आप।
अलावा इनके होता है ,
एक विकार और भी
जिसे अधिकतर
लाइलाज मानता हूँ मैं ।
यह होता है हमारा – दम्भ ।
नहीं है दुनिया में ,
इसका कोई इलाज
लेकिन –
खुद को परखने , और
खुद में परिवर्तन करने से
यह हो भी जाता है – ठीक ।
समझ लें इसे दम्भ भी है एक विकार
जो निगल लेता है –
समूचे व्यक्तित्व को हमारे।
बचेंगे न इस विकार से हम
क्योंकि – नियंता ने –
सिर्फ हमको ही दिया है
इसका उपचार ।
– देवेंद्र सोनी , इटारसी।

3

रंग

जीवनमें हम
कृतिम रंगोंका तो
आंनद लेते हैं बहुत।
हर रंगका अपना -अपना
होता है आकर्षण और महत्व
पर मैं तो दो ही रंगको
मानता हूँ असली।
ये दो रंग ही साथ चलते हैं
जीवनभर हमारे।
कहते हैं इन्हें ,सुख और दुःख।
सुख , होता है जितना प्रिय
दुःख देता है उससे कहीं अधिक पीड़ा
सुखको खरीद भी लेते हैं हम
सुविधाओंके रूपमें
मगर आते ही पास
थोड़ा भी दुःख हमारे
घबरा जाते हैं हम।
सुखका हर रंग अच्छा लगता है
पर दुःखका कोई रंग नहीं भाता है।
जब कि जानते हैं सुख और दुःख
एक ही सिक्केके दो पहलू हैं।
सुखका रंग यदि आंकते हैं हम
सुविधाओंसे, तो यह सुख नहीं है।
सुख तो आत्मसंतोषका
रंग बिखेरता है
और दुःख होता है
प्रेरणाके रंगसे सराबोर ,
जो कहता है –
डूब कर गुजरेगा यदि मुझमें तो
कुंदनसा दमकेगा जीवनमें सदा।
समझना ही होगा हमको
इन दोनो रंगका भी महत्व
आएगी तभी सच्ची खुशहाली
जीवनमें हमारे।

देवेंन्द्र सोनी ,इटारसी।

4
किस्मत

अक्सर ही हम रोना रोते रहते हैं अपनी फूटी किस्मतका
चाहे हमको मिला हो कितना भी, अधिक क्यों न !
नहीं होता आत्मसंतोष कभी भी हमको।
चाहते ही हैं –और अधिक, और अधिक।
ये कैसी चाहत है , सोचा है कभी  !
मिलता है जितना भी हमको वह सदा ही होता है
हमारी सामर्थ्यके अनुरूप।
मानना होगा इसे और करना होगा संतोष
क्योंकि – वक्तसे पहले और किस्मतसे ज्यादा नहीं मिलता
किसीको भी, कभी भी कुछ।
किस्मत भी बनाना पड़ता है –सदैव कर्मरत रह कर।
कर्मोंका यही हिसाब देता है हमको वह फल ,
जो आता है इस लोक और परलोकमें दोनों ही जगह काम।
बनती है जिससे फिर नए जन्मकी किस्मत हमारी।
समझ लें इसे और करें –निरंतर मेहनत , सद्कर्म।
रखें संतोष,मान कर यह किस्मतसे हम नहीं, हमसे है किस्मत।
– देवेंन्द्र सोनी, इटारसी।

5

चुप

अच्छा ही होता है
उन लम्होंमें चुप हो जाना
जब लगे कि बातचीत
बदल जाएगी अनावश्यक बहस में।
बहस होती ही तब है
जब होता है वैचारिक टकराव
यही टकराव हिला देता है
रिश्तोंकी बुनियादको
और बिखर जाते हैं बसे – बसाए घरौंदे कई।
नित्य ही, हर कहीँ टूटते –विलग होते
देखा जा सकता है इन परिवारोंको।
बजह होती ही है जिसकी
बड़बोलापन, अनदेखी या फिर सिर्फ चुप्पी।
सकारात्मक और नकारात्मक भी हैं इनके गुण-दोष।
पर इसका यह अर्थ कदापि नहीं है कि
रहें हरदम हम “चुप ” ।
घर –परिवार या आसपास कहीँ भी होते – दिखते
अन्याय –अत्याचार उत्पीड़न के खिलाफ तोड़नी ही होगी
हम सबको अपनी “चुप्पी ” ।
यदि यहां भी रहेंगे अगर हम मौन
तो कई नवविवाहिता चढ़ती रहेंगी दहेज लिप्साकी भेंट
कोखमें ही खत्म कर दी जाएंगी बेटियां
होते रहेंगे निर्भया जैसे कांड।
फिर इन्हें भोगना ही होगा बेटोंको भी यह सब
और परिवारोंको भी।
बचाने इन सबको बोलना ही होगा
चुप्पीको तोड़ना ही होगा
क्योंकि
जितना अच्छा होता है चुप रहना
उतना ही कष्टदायी भी होता है यह
परिवार, समाज और देशके मामलेमें भी।

– देवेंन्द्रसोनी , इटारसी

विशेष – इन सभी कविताओं का गुजराती भाषा में अनुवाद भी हुआ है।

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