विलोम शब्द क्या है | Antonym in Hindi – Opposite Words in हिंदी

हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है, प्राचीन काल से ही अनेक कवियों तथा ऋषिमुनियो ने भी हिंदी भाषा की सेवा की है | हिंदी एक विशेष भाषा है, जिसका उपयोग कई राज्यों तथा कॉम्पिटिशन की कई प्रतियोगी परीक्षाओ में भी किया जाता है | प्रवेश परीक्षाओ में हिंदी भाषा से जुड़े कई प्रश्न आते है, जिनमे से एक विलोम शब्द भी है | विशेष रूप से विलोम शब्द में किसी शब्द का अर्थ उस शब्द के अर्थ से बिल्कुल उल्टा होता है, उसे विलोम शब्द कहते है |

इसे शुद्ध हिंदी भाषा में विपरीतार्थक या प्रतिलोम शब्द भी कहते है | इसके अलावा विलोम शब्द के प्रश्न आपकी बोर्ड परीक्षा में तथा प्रतियोगी परीक्षा में मुख्य रूप से पूछें जाते है | यदि आप भी इसके विषय में जानकारी लेना चाहते है तो यहाँ पर आपको विलोम शब्द क्या है, प्रतियोगी में परीक्षा हिंदी विलोम शब्द, Antonym in Hindi, इसके विषय में जानकारी प्रदान की जा रही है |

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प्रतियोगी परीक्षा में हिंदी विलोम शब्द

भारत में बेरोजगारी की समस्या लम्बे समय से बनी हुई है, सरकारी नौकरी कम है, और उसके लिए उम्मीदवार बहुत ही अधिक है | इस वजह से कोई भी प्रतियोगी परीक्षा (Competition Exam) आसान नहीं रह जाती है | अब बात प्रतियोगी में परीक्षा हिंदी विलोम शब्द की करे तो यह भी परीक्षाओं में पूछें जाते रहे है | विलोम शब्द को बहुत से अभ्यर्थी समझते है, कि यह आसान होते है, लेकिन यह आसान होते नहीं है, और आप इसकी तयारी करके नहीं जाते है, और आपके विलोम – शब्द में मिलने वाले नम्बर नहीं प्राप्त कर पाते | इसलिए प्रतियोगी परीक्षा में विलोम शब्द का एक विशेष महत्व है |

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शब्द एवं उनके विलोम शब्द(Antonym in Hindi )

प्रतियोगी परीक्षा में अधिकतर पूछें जाने वाले विलोम – शब्दों की जानकारी कुछ इस प्रकार है:-

शब्द   विलोम
दिन रात
अच्छाबुरा
राजारानी
बालकबालिका
स्त्री पुरुष
कृतज्ञकृतघ्न
अंकुशनिरंकुश
अचलचल
अजलनिर्जल
वृष्टिअनावृष्टि
अनंत   अंत
अतिअल्प
अथइति
अतुकान्ततुकान्त
अतिवृष्टिअनावृष्टि
अनाहूतआहुत
अनुकूल         प्रतिकूल
अनुरक्तिविरक्ति
अनित्यनित्य
अनुलोम        विलोम
अनभिज्ञ       भिग
अभिज्ञअनभिज्ञ
अंतरबाह्य
अंशतःपूर्णतः
अल्पकालीनदीर्घकालीन
अल्पज्ञबहुज्ञ
अपेक्षित        अनपेक्षित
अधुनातनपुरातन
अस्पृश्यस्पृश्य
अंगीकारअस्वीकार
अधर्मसध्दर्म
अदोषसदोष
अल्पायुदीर्घायु
अभ्यस्त       अनभ्यस्त
अनुरक्तविरक्त
अमरमर्त्य
अतलवितल
अवरप्रवर
अमावस्याप्रूर्णिमा
असलीनकली
अरूचिसुरूचि
अज्ञविज्ञ
उत्थानपतन
आग्रहदुराग्रह
एकताअनेकता
अनुजअग्रज
आकर्षणविकर्षण
उद्यमीआलसी
अधिकन्यून
आदानप्रदान
उर्वरऊसर
एकअनेक
आलस्य         स्फूर्ति
अर्थअनर्थ
उधारनगद
उत्कृष्टनिकृष्ट
उत्तमअधम
आदर्शयथार्थ
आयव्यय
स्वाधीनपराधीन
आहारनिराहार
दातायाचक
ठोसतरल
यशअपयश
सगुणनिर्गुण
मूकवाचाल
रुग्णस्वस्थ
रक्षकभक्षक
वरदानअभिशाप
शुष्कआर्द्र
हर्षशोक
क्षणिकशाश्वत
रातदिन
लगभगपूरा
लक्षणकुलक्षण
लक्षितअलक्षित
लड़नामिलना
लगावहटाना
लचीलाकठोर
लहूपसीना
नखशिख
अमृतविष
अथइति
अन्धकारप्रकाश
अल्पायुदीर्घायु
इच्छाअनिच्छ
उत्कर्षअपकर्ष
अनुरागविराग
आदिअंत
आगामी         गत
उत्थानपतन
आग्रहदुराग्रह
दातायाचक
खेदप्रसन्नता
गुप्तप्रकट
प्रत्यक्षपरोक्ष
घृणाप्रेम
सजीवनिर्जीव
सुगंधदुर्गन्ध
मौखिकलिखित
क्रयविक्रय
निरक्षरसाक्षर
दुर्लभसुलभ
नूतनपुरातन
बंधनमुक्ति
ठोसतरल
यशअपयश
सगुणनिर्गुण
मूकवाचाल
रुग्णस्वस्थ
रक्षकभक्षक
वरदानअभिशाप
 सपूतकपूत
शुष्कआर्द्र
हर्षशोक
क्षणिकशाश्वत
विधिनिषेध
विधवासधवा
शयनजागरण
शीतउष्ण
सक्रियनिष्क्रय
सफलअसफल
आसक्तअनाशक्त
आदर्शयथार्थ
आगमनगमन
आध्यात्मिकभौतिक
आस्थाअनास्था
इच्छाअनिच्छा
ईश्वरअनीश्वर
ईर्ष्याप्रेम
उत्कर्षअपकर्ष
उषासंध्या
उग्रसौम्य
उदारअनुदार
उचितअनुचित
उपकारअपकार
उत्थानपतन
उधारनगद
उन्नतिअवनति
अकालसुकाल
अक्रुरक्रुर
अकलुष         कलुष
अग्राह्यग्राह्य
अग्रजअनुज
अगलापिछला
अग्रिमअन्तिम
अमृतविष
अर्पणग्रह्र्ण
अपेक्षाउपेक्षा
अर्वाचीनप्राचीन
अपकारउपकार
अवलम्बनिरालम्ब
अल्पअधिक
अधमबहिरंग
अवनतबहिरंग
अन्तरंगबहिरंग
अनाथसनाथ
अथइति
आदरअनादर
अदेयदेय
अन्तरंगबहिरंग
अपकारउपकार
अनागतआगत
अनिष्टइष्ट
अस्तउदय
अस्ताचलउदयाचल
अनातुरआतुर
अनैतिहासिकऐतिहासिक
अपचारउपचार
अवरोहआरोह
अनुर्तीणउर्तीण
रातविष
अमृतविष
अथइति
अन्धकारप्रकाश
अल्पायुदीर्घायु
इच्छाअनिच्छ
उत्कर्षअपकर्ष
अनुरागविराग
आदिअंत
आगामी         गत
खेदप्रसन्नता
गुप्तप्रकट
प्रत्यक्षपरोक्ष
घृणाप्रेम
सजीवनिर्जीव
सुगंधदुर्गन्ध
मौखिक         लिखित
संक्षेपविस्तार
घातप्रतिघात
निंदास्तुति
मितव्यय      अपव्यय
सरसनीरस
सौभाग्यदुर्भाग्य
मोक्षबंधन
कृतज्ञकृतघ्न
क्रयविक्रय
दुर्लभसुलभ
निरक्षरसाक्षर
नूतनपुरातन
बंधनमुक्ति
विधिनिषेध
विधवासधवा
शयनजागरण
शीतनिष्क्रय
सक्रियनिष्क्रय
सफलअसफल
सज्जनदुर्जन
शुभअशुभ
संतोषअसंतोष
विधिनिषेध
एकताअनेकता
अनुजअग्रज
आकर्षणविकर्षण
उद्यमीआलसी
अधिकन्यून
आदानप्रदान
उर्वरऊसर
एकअनेक
आलस्यस्फूर्ति
अर्थअनर्थ
उधारनगद
अपेक्षानगद
उपस्थितअनुपस्थित
अतिवृष्टिअनावृष्टि
उत्कृष्टनिकृष्ट
उत्तमअधम
आदर्शयथार्थ
आयव्यय
स्वाधीन         पराधीन
आहारनिराहार
संक्षेपविस्तार
घातप्रतिघात
निंदास्तुति
मितव्यय      अपव्यय
सरसनीरस
सौभाग्य        दुर्भाग्य
मोक्षबंधन
कृतज्ञकृतघ्न
सज्जनदुर्जन
शुभअशुभ
संतोषअसंतोष
आतुरशांत
आगामी         विगत
आरोहअवरोह
आचारअनाचार
आदत्तप्रदत्त
आदरअनादर
आदानप्रदान
उचितअनुचित
आरम्भअंत
आह्वानविसर्जन
आवृतअनावृत
आकर्षविकर्ष
आकर्षणविकर्षण
आद्रशुष्क
आच्छादितअनाछ्दित
आहारअनाहार
आशानिराशा
आधुनिकप्राचीन
आशीर्वादअभिशाप
उपयुक्तअनुपयुक्त
उपायनिरुपाय
एकांगीसर्वांगीण
कनिष्ठज्येष्ठ
कृषस्थूल
कृष्णशुक्ल
गुप्तप्रकट
ग्रामीणशहरी
घातप्रतिघात
छलीनिश्चल
छूतअछूत
जलथल
जन्ममृत्यु
जंगलीपालतू
दयालुनिर्दयी
धीरअधीर
नखशिख
निरक्षरसाक्षर

विलोम शब्द के प्रकार या भेद

  1. स्वतंत्र विपरीतार्थक शब्द – इस प्रकार के विलोम शब्दों की अनुलोम शब्दों से किसी प्रकार की स्वभावगत या रुपगत समानता नहीं होती तथा वह अनुमोल (गलती) की रूपप्रवृति से स्वतंत्र होती है। उदाहरण – गुण-दोष, जन्म- मृत्यु, असली- नकली, आज-कल, छोटा-बड़ा।    
  2. उपसर्गों से बने विपरीतार्थक शब्द – इस प्रकार के विलोम शब्द में उपसर्ग लगाकर किया जाता है। अनुलोम (morganatic/adjective) शब्दों में उपसर्ग का प्रयोग कर विलोम शब्दों को निर्मित किया जाता है इस प्रकार के बनने वाले विलोम शब्द भी दो प्रकार के होते हैं –
  3. उपसर्गों के योग से बनने वाले विपरीतार्थक शब्द – ऐसे शब्द जिसमें मूल शब्द के साथ उपसर्ग लगा कर उसके शब्द को उल्टा या विपरीत कर देते है; जैसे- वादी के साथ प्रति उपसर्ग लगा कर ‘वादी’ का उल्टा अर्थ प्रकट किया जाता है और बनता है प्रतिवादी । यानि वादी- प्रतिवादी इसी प्रकार मान का उल्टा अपमान, फल का उल्टा प्रतिफल। 
  4. उपसर्गों के परिवर्तन से बनने वाले विपरीतार्थक शब्द – ऐसे उपसर्ग शब्द जिसमें उपसर्गों के परिवर्तन या बदलाव से बनता हैं। जैसे  – अनुकूल का उल्टा प्रतिकूल , अनुराग का उल्टा विराग , सुरुचि का कुरुची, अनाथ का सनाथ आदि ।  
  5. लिंग परिवर्तन के आधार पर बने विपरीतार्थक शब्द –  इसमें ऐसे शब्द आते हैं जिसे शब्द के लिंग बदल कर या परिवर्तन कर उसका उल्टा अर्थ निकाला जाता है जैसे पुल्लिंग से स्त्रीलिंग या फिर स्त्रीलिंग से पुल्लिंग बनाकर किया जाता हैं उदाहरण के रूप में – बेटा से बेटी, पति से पत्नी, नर से नारी, माता से पिता, बहन से भाई, रानी से राजा आदि।  

उपसर्ग से बनने वाले विलोम शब्द

  • आस्था-अनास्था
  • चल-अचल
  • ज्ञान-अज्ञान
  • मान-अपमान
  • शगुन-अपशगुन

लिंग परिवर्तन से बनने वाले विलोम शब्द

  • गाय-बैल
  • राजा-रानी
  • भाई-बहन
  • लड़का-लड़का

अक्सर पूछे जानें वाले विरुद्धार्थी शब्द

  1. श्रेष्ठ का विलोम शब्द – अधम
  2. छोटा का विलोम शब्द – बड़ा
  3. विशेष का विलोम शब्द – सामान्य
  4. पतन का विलोम शब्द – उत्थान
  5. सुख का विलोम शब्द – दुःख
  6. सृष्टि का विलोम शब्द – प्रलय
  7. बहादुर का विलोम शब्द – कायर
  8. मानवता का विलोम शब्द – नृशंसता
  9. अवनति का विलोम शब्द – उन्नति
  10. उपकार का विलोम शब्द – अपकार
  11. तीव्र का विलोम शब्द – मंद
  12. अनिवार्य का विलोम शब्द – वैकल्पिक
  13. आवश्यक का विलोम शब्द – अनावश्यक
  14. भीतर का विलोम शब्द – बाहर
  15. समाप्त का विलोम शब्द – असमाप्त ,आरंभ
  16. स्वर्ग का विलोम शब्द – नरक
  17. कठिन का विलोम शब्द – सरल

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