ईवीएम मशीन क्या है | EVM Full Form in Hindi | EVM मशीन बनती कहाँ है

भारत एक लोकतांत्रिक देश है,जहाँ पर समय-समय पर चुनाव होते रहता है | इस चुनावों का गठन चुनाव आयोग द्वारा किया जाता है | जब भी कभी देश में किसी तरह के चुनाव होते है तो उसमे देश के लोगो द्वारा मतदान किया जाता है | इस मतदान के द्वारा ही हमारे देश,राज्य और जिलों के नेताओ का चयन किया जाता है | मतदान की इस प्रक्रिया को दो तरह से किया जाता है.पहला बैलेट पेपर और दूसरा EVM के द्वारा | ईवीएम के आने से पहले हमारे देश में परम्परागत तरीको से चुनाव किये जाते थे | किन्तु पहले चुनाव मतदान केन्द्रों को मतदान केन्द्रों पर होने वाले हमले, अवैध मतदान, मतों की गिनती आदि घटनाओ से प्रभावित होना पड़ता था |

वही अब ईवीएम के इस्तेमाल से ऐसी घटनाये सुनने को नहीं मिलती है | EVM के प्रयोग से मतदान में आसानी तथा मतों की गिनती भी कम समय में हो जाती है | वर्तमान समय में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव को EVM के द्वारा ही कराया जाता है | इस पोस्ट में आपको ईवीएम मशीन क्या है, EVM Full Form in Hindi, EVM मशीन बनती कहाँ है, इसके बारे में बताया जा रहा है |

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EVM Full Form in Hindi

ईवीएम को अंग्रेजी भाषा में EVM- “Electronic Voting Machine” कहते है, तथा हिंदी शब्दों में इसे “मतदाता वोटिंग मशीन” कहा जाता है | इसे भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड (BEL), बैंगलोर एवं इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया एवं हैदराबाद के सहयोग और निर्वाचन आयोग के द्वारा तैयार किया गया है |

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ईवीएम मशीन क्या है (What is EVM)

ईवीएम एक इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन है, जिसे मुख्य रूप से चुनावों में मतगणना के लिए उपयोग में लाया जाता है | EVM से पहले भारत में चुनावों को वोटिंग मतपत्र, मत पर्ची (Ballot Paper) के माध्यम से कराया जाता है | किन्तु मतपर्ची से कराये गए मतदान में अधिक समय और मत पड़ने के बाद वोटरों की गणना करने में 3-4 दिन का समय लगता था | इसी समस्या के समाधान के लिए एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन को तैयार किया गया है, जिसे EVM मशीन कहा जाता है |

ईवीएम दो डिवाइस से मिलकर बनी एक मशीन है,जिसमे पहला डिवाइस कंट्रोल यूनिट और दूसरा डिवाइस बैलेटिंग यूनिट है | यह दोनों ही डिवाइस 5 मीटर लम्बी केबल के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े होते है | इसमें कंट्रोल यूनिट द्वारा बैलेटिंग यूनिट को नियंत्रण किया जाता है | बैलेटिंग यूनिट द्वारा ही मतदाता मतदान करता है, तथा मतदाता अधिकारी द्वारा कंट्रोल यूनिट का इस्तेमाल किया जाता है | EVM मशीन में जब तक मतदाता अधिकारी द्वारा कंट्रोल यूनिट बटन को नहीं दबाया जाता है, तब तक किसी मतदाता द्वारा मतदान नहीं किया जा सकता है | यदि एक बार मतदाता अपना मत डाल देता है, तो यह मशीन ऑटोमैटिक ही लॉक हो जाती है, जिससे वह मतदाता कितनी बार भी उस बटन को दबाये पर दोबारा मत नहीं किया जा सकता है |

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ईवीएम मशीन में वोट कैसे डाले (Voting In EVM)

जब आप EVM मशीन में वोट डालने जाते है,तो आपको उस मशीन में चुनाव लड़ रहे सभी उम्मीदवारों के फोटो के साथ उनके नाम और चुनाव चिह्न का निशान बना होता है, जिससे मतदाता को मत डालने में आसानी होती है, और वह अपनी इच्छानुसार उम्मीदवार का चुनाव कर उसके पक्ष में मत कर सकता है | इसके अलावा ईवीएम के साथ आपको वीवीपैट (Verifiable Paper Audit Trail) लगी दिखेगी |

जो आपको वोट डालने के पश्चात् एक पर्ची उपलब्ध कराता है,जिसमे आपके मत डालने से सम्बंधित जानकारी उपस्थित होती है | ईवीएम में एक GPS ट्रैकिंग सिस्टम भी मौजूद होता है,जो ईवीएम की मौजूदा लोकेशन को बताता है |

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EVM मशीन बनती कहाँ है (EVM Machine Manufacture)

भारत की दो सरकारी कंपनिया भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स निगम (Electronics Corporation of India) और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (Bharat Electronics Limited) ने मिलकर EVM को डिजाइन किया है | इन कंपनियों द्वारा ही ईवीएम मशीन को डेवलप किया गया,तथा इसका परीक्षण कर चुनाव आयोग में उपयोग किया जाने लगा | इसके अतिरिक्त अन्य उपकरणों को भी इन्ही कंपनियों द्वारा निर्मित किया जाता है |

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ईवीएम मशीन की कीमत (EVM Machine Cost)

सर्वप्रथम ईवीएम का इस्तेमाल 1998 में आयोजित विधानसभा में 16 सीटों के लिए चुनाव किया गया,जिसमे विधानसभा चुनाव के लिए मध्य प्रदेश की 5, राजस्थान की 5 राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की 6 सीटों को शामिल किया गया| उस दौरान जब ईवीएम मशीन को पहली बार ख़रीदा गया तो उसकी कीमत 5,500 रूपए थी,जो कि वर्ष 2019 के हिसाब से 47,000 रूपए के आसपास बनती है | इसके बाद जब दूसरी बार वर्ष 2014 EVM को ख़रीदा गया तब इसकी कीमत 10,500 रूपए पड़ी थी | इस कीमत पर एक कंट्रोल यूनिट, एक बैलटिंग यूनिट तथा बैटरी भी शामिल है |

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ईवीएम मशीन के महत्वपूर्ण तथ्य (EVM Machine Important Facts)

  • ईवीएम मशीन को इस्तेमाल करने में कम ऊर्जा की आवश्यकता होती है |
  • इसे 6 वोल्ट की एल्कलाइन बैटरी द्वारा चलाया जाता है | इसलिए इसे बिजली रहित इलाको में भी आसानी से इस्तेमाल कर सकते है |
  • एक EVM मशीन में अधिकतम 3,840 वोटो को ही दर्ज किया जा सकता है |
  • एक ईवीएम मशीन में अधिकतम 64 उम्मीदवारों के नाम को शामिल किया जा सकता है |
  • ईवीएम मशीन में सभी उम्मीदवारों के फोटो,नाम और उनके चुनाव चिह्न दर्ज होते है |

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