Mountains List in Hindi: हमारे भारत देश में अनेकों चीजें ऐसी है, जो दुनिया भर में प्रसिद्ध है| हमारा देश विविध भाषाएं और संस्कृति के नाम पर सर्वप्रथम स्थान पर माना जाता है| इसलिये हमारा भारत देश घाटियां, पहाड़, नदियां, वनस्पतियां, जीव-जंतुओं से लेकर शुष्क रेगिस्तान, सदाबहार जंगल, बर्फीले पहाड़, और उपजाऊ मैदान आदि के लिए बेहद प्रसिद्ध है| इसके साथ ही भारत में अनेकों पर्वत ऐसे है, जो पूरे दुनिया में जाने जाते है|
इसलिए यदि आपको अभी तक भारत के सबसे ऊँचे पर्वत से सम्बंधित अधिक जानकारी नहीं प्राप्त और आप इसके विषय में जानकारी प्राप्त करना चाहते है,तो इस लेख में आपको भारत के पर्वतों के नाम सूंची, Mountains List in Hindi, भारत का सबसे ऊंचा पर्वत से सम्बंधित पूरी जानकारी प्रदान की जा रही है|
भारत के प्रमुख नदियां कौन कौन सी हैं
भारत की प्रमुख पर्वत श्रृंखलाएं
हिमालय पर्वत श्रृंखला
हिमालय का संस्कृत में शाब्दिक अनुवाद “बर्फ का निवास” है। हिमालय पर्वत 7 देशों फैला हैं- पाकिस्तान,अफगानिस्तान , भारत, नेपाल, भूटान, चीन और म्यांमार। नंगा पर्वत और नमचा बरवा को हिमालय का पश्चिमी और पूर्वी बिंदु माना जाता है। विभिन्न भू-आकृतियाँ जैसे घाटियाँ, वी-आकार की घाटियाँ, रैपिड्स, झरने आदि इस बात का संकेत हैं कि हिमालय अभी भी युवा अवस्था में है।यह पर्वत तन्त्र मुख्य रूप से तीन समानांतर श्रेणियां- महान हिमालय, मध्य हिमालय और शिवालिक से मिलकर बना है जो पश्चिम से पूर्व की ओर एक चाप की आकृति में लगभग 2400 कि॰मी॰ की लम्बाई में फैली हैं। माउंट एवरेस्ट (नेपाल) 8,848.86 मीटर, न केवल हिमालय की सबसे ऊंची चोटी है बल्कि पूरे ग्रह की सबसे ऊंची चोटी है। माउंट एवरेस्ट को नेपाली में सागरमाथा और चीन में चोमोलुंगमा के नाम से जाना जाता है।
काराकोरम पर्वत श्रृंखला
काराकोरम रेंज और पीर पंजाल रेंज हिमालय रेंज के उत्तर-पश्चिम और दक्षिण में स्थित है।काराकोरम रेंज का एक बड़ा हिस्सा भारत और पाकिस्तान की विवादित श्रेणी में आता है और दोनों देशों ने इस पर अपना दावा करने की घोषणा की है। काराकोरम रेंज, जिसकी लंबाई 500 किमी है, पृथ्वी की कई सबसे बड़ी चोटियों को समेटे हुए है। K2, दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची चोटी, 8,611 मीटर पर काराकोरम रेंज में स्थित है। हिंदू-कुश, काराकोरम रेंज का एक विस्तार अफगानिस्तान में है।
पूर्वांचल पर्वत श्रृंखला
ये पहाड़ियां हिमालय पर्वत का ही हिस्सा है । ये पहाड़ियां मुख्यतः पांच राज्यों में बटी हुयीं हैं – मेघालय, असम, नागालैण्ड, मणिपुर एवं मिजोरम । पटकाई में तीन पहाड़ियाँ शामिल हैं, जैसे कि पटकाई-बम, गारो-खासी-जयंतिया, और लुशाई पहाड़ियाँ। गारो-खासी-जयंतिया रेंज मेघालय में स्थित है। मावसिनराम और चेरापूंजी इन पहाड़ियों के किनारे पर स्थित हैं। सबसे अधिक वार्षिक वर्षा होने के बाद, ये दोनों विश्व के सबसे शानदार स्थान हैं। पटकाई पहाड़ियों की जलवायु समशीतोष्ण से अल्पाइन तक अलग-अलग ऊंचाई पर होने के कारण भिन्न होती है।
भारत के प्रमुख पर्यटन स्थलों की सूची (हिंदी में)
भारत के पर्वतों के नाम (Mountain names in India)
कंचनजंघा पर्वत (Kanchanajangha Mountain)
कंचनजंघा पर्वत, भारत का एक ऐसा पर्वत है, जो प्रमुख रूप से सिक्किम के उत्तर पश्चिम भाग में नेपाल की सीमा पर स्थित है। यह विश्व की तीसरी सबसे ऊँची पर्वत चोटी के नाम से जाना जाता है | इस पर्वत की ऊँचाई – 8,586 मी. तक है | यह पर्वत सूर्योदय से समय देखने में बहुत ही ख़ूबसूरत और आकर्षक लगता है |
नंदा देवी पर्वत (Nanda Devi Mountain)
नन्दा देवी पर्वत की उंचाई लगभग 7,816 मी तक है | यह पर्वत मुख्य रूप से भारत की दूसरी एवं विश्व की 23वीं सर्वोच्च चोटी के नाम से प्रचलित है। यह पर्वत हिमालय पर्वत शृंखला में भारत के उत्तरांचल राज्य में पूर्व में गौरीगंगा तथा पश्चिम में ऋषिगंगा घाटियों के बीच आता है | इसके साथ ही इस पर्वत की पूजा अर्चना भी की जाती है, उत्तरांचल राज्य में यह पर्वत मुख्य देवी के रूप में
पूरी श्रद्धा के साथ पूजा जाता है |
स्टोक कांगड़ी पर्वत (Stock Kangadee Mountain )
(K10) स्टोक कांगड़ी पर्वत का नाम भारत में तीसरे स्थान पर लिया जाता है, तो वहीं पूरे विश्व का यह पर्वत 31वाँ सर्वोच्च पर्वत के रूप में भी जाना जाता है। इस पर्वत को प्रमुख रूप से जम्मू और कश्मीर में काराकोरम पर्वतमाला की साल्तोरो पर्वतमाला नामक उपश्रेणी का सर्वोच्च पर्वत कहा जाता है | इस पर्वत की ऊँचाई – 7,742 मी॰ (25,400 फीट) के लगभग है |
कमेट पर्वत (Kmet Mountain)
कामेट पर्वत 7,756 मी.ऊँचा पर्वत है | यह भारत का चौथा सबसे ऊँचा पर्वत है, जो भारत के उत्तराखंड राज्य के चमोली जिला में तिब्बत की सीमा के निकट स्थित है। यह पर्वत गढ़वाल क्षेत्र के अंतर्गत आता है | इसलिए इसे गढ़वाल क्षेत्र में स्थित नंदा देवी पर्वत के बाद सबसे ऊंचा पर्वत शिखर के रूप में जाना जाता है |
कैलाश पर्वत (Kailash Mountain)
कैलाश पर्वत भारत का एक ऐसा पर्वत है, जो पूरे विश्व में शंकर जी और पार्वती के रूप में प्रचलित है | इस पर्वत पर गौरा जी और भोले बाबा का वास होने की वजह से यह पर्वत हिन्दुओं के लिए सबसे पवित्र पर्वत माना जाता है। इस पर्वत के पास मानसरोवर स्थित है। इसके साथ ही इस कैलाश पर्वत की ऊँचाई समुद्र सतह से 22,068 फुट अधिक है |
सरामती पर्वत ( Saramatee Mountain)
सारामाती पर्वत की ऊँचाई – 3,826 मी है | इस पर्वत को सरामाती के साथ-साथ सैरामाती के नाम से भी पुकारा जाता है | यह भारत का एक ऐसा प्रसिध्द पर्वत है, जो भारत के नागालैण्ड राज्य का सबसे ऊँचा पर्वत माना जाता है। यह भारत की बर्मा के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित है |
भारत में कितने हवाई अड्डे (एयरपोर्ट) हैं
संदक्फू पर्वत (Sandakphoo Mountain)
संदक्फू पर्वत पश्चिम बंगाल, भारत की सबसे उंचा पर्वत कहा जाता है, क्योंकि इस पर्वत की उंचाई 3,636 मी है | यह पर्वत दार्जिलिंग ज़िले में स्थित है। यह एक अनोखा पर्वत है, जिसके ऊपर एक छोटे से गाँव का बसेरा भी है | इस गाँव में सैलानियों के लिए कुछ हॉस्टल भी बनवाये गये हैं।
नंगा पर्वत (Nanga Mountain)
नगा पर्वत को “क़ातिल पहाड़” के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह भारत का एक ऐसा खतरनाक पर्वत है, जिसमें चढ़ने वाले अनेकों लोगों ने अपनी जान गँवा दी है | बीसवी सदी के पहले भाग के अंतर्गत आठ हज़ार मीटर से ऊंचे पहाड़ों में यह एक ऐसा पहाड़ है, जिसमें सबसे अधिक मौते हुई है | यह पर्वत 8,125मीटर ऊँचा पर्वत है |
अनामुदी केरला पर्वत (Anamudee Kerala Mountain)
अनामुदी केरला पर्वत की उंचाई 2695 मी़ है | यह पर्वत प्रमुख रूप से भारत के पश्चिमी घाट की पर्वतमाला का एक पर्वत कहा जाता है। यह पर्वत अन्नामलाई पर्वत श्रंखला में स्थित है। जिसकी सबसे उंची चोटी अनाइमुडी चोटी मानी जाती है | इसके अलावा यह दक्षिण भारत सस्बे ऊँचा पर्वत भी कहा जाता है |
डोडाबेट्टा पर्वत -( Dodabetta Mountain )
डोडाबेट्टा पर्वत 2,637 मी उंचा पर्वत है, जो मुख्य रूप से तमिलनाडु राज्य के नीलगिरि जिले में नीलगिरि पर्वत की सबसे ऊँची तथा हिमालय के दक्षिण में स्थित सभी पर्वतों से उंचा पर्वत कहलाता है। इस पर्वत की उंचाई समुद्र तल से 2637 मीटर ऊपर है।
भारत में शीर्ष 10 सबसे ऊंची चोटियां
Mountain Peak | Height | Description |
K2 | 8611 metres | भारतीय उपमहाद्वीप की सबसे ऊँची चोटी बाल्टिस्तान और झिंजियांग के बीच स्थित है यह काराकोरम की सबसे ऊँची चोटी है |
कंचनजंघा | 8586 metres | विश्व का तीसरा सबसे ऊंचा शिखर सम्मेलन हिमालय पर्वत श्रृंखला में ‘बर्फ के पांच खजाने’ के रूप में भी जाना जाता है |
नंदा देवी | 7816 metres | दुनिया भर में 23 वीं सबसे ऊंची चोटी का दर्जा दिया। चोटी के आसपास स्थित नंदा देवी राष्ट्रीय प्राक में सबसे अच्छी ऊंचाई वाली वनस्पतियां और जीव हैं। यह पूरी तरह से भारत के भीतर स्थित सबसे ऊंची चोटी है यह हिमालय पर्वत श्रृंखला (गढ़वाल) का एक हिस्सा है। |
कामेट पर्वत | 7756 metres | यह तिब्बती पठार के पास स्थित है यह गढ़वाल क्षेत्र में स्थित है |
साल्टोरो कांगरी | 7742 metres | यह सियाचिन क्षेत्र के पास स्थित है। साल्टोरो कांगड़ी को दुनिया की 31वीं सबसे ऊंची स्वतंत्र चोटी का दर्जा दिया गया है यह साल्टोरो रेंज (काराकोरम पर्वत श्रृंखला का एक हिस्सा) में स्थित है। |
सासेर कांगरी | 7672 metres | लद्दाख में स्थित है। यह पर्वत शिखर विश्व की 35वीं सबसे ऊंची पर्वत चोटी है, जो सासेर मुजतघ श्रेणी (काराकोरम पर्वतमाला की एक पूर्वी उपश्रेणी) में स्थित है। |
ममोस्तंग कांगरी | 7516 metres | यह सियाचिन ग्लेशियर के पास स्थित है, यह भारत की 48वीं स्वतंत्र चोटी है यह रिमो मुजतघ रेंज की सबसे ऊंची चोटी है (काराकोरम रेंज की एक उपश्रेणी) |
रिमो 1 | 7385 metres | रिमो I, ग्रेट काराकोरम रेंज की एक उप-श्रेणी, रिमो मुज़तघ का एक हिस्सा है। यह दुनिया की 71वीं सबसे ऊंची चोटी है। |
हरदौल | 7151 metres | इस चोटी को ‘भगवान का मंदिर’ भी कहा जाता है। यह कुमाऊं हिमालय के सबसे पुराने शिखरों में से एक है |
चौखम्बा 1 | 7138 metres | यह उत्तराखंड के गढ़वाल जिले में स्थित है। यह गढ़वाल हिमालयन रेंज के गंगोत्री समूह का एक हिस्सा है |
त्रिशूल 1 | 7120 metres | इस पर्वत शिखर का नाम भगवान शिव के अस्त्र से लिया गया है। यह उत्तराखंड में कुमाऊं हिमालय में स्थित तीन प |
भारत में पर्वत चोटियों की सूची- राज्यवार
पर्वत श्रृंखला | राज्य |
---|---|
पूर्वी घाट | तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल |
पश्चिमी घाट | तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र |
अरावली | गुजरात, राजस्थान, हरियाणा |
कार्डमम पर्वत श्रृंखला | केरल और तमिलनाडु |
अनामलाई पर्वत श्रृंखला | केरल और तमिलनाडु |
निलगिरी पर्वत श्रृंखला | तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक |
पलनी पर्वत श्रृंखला | तमिलनाडु |
सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला | गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ |
विंध्य पर्वत श्रृंखला | गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश |
गारो पर्वत श्रृंखला | मेघालय |
खासी पर्वत श्रृंखला | मेघालय |
जैंतिया पर्वत श्रृंखला | मेघालय |
पीर पंजाल | हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर |
कारकोरम | जम्मू और कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र |
विंध्याचल पहाड़ियां
- मालवा के पठार के दक्षिण में ।
- सोन नदी के उत्तर में ।
- गुजरात तथा राजस्थान की सीमा के पूर्व में ।