डेंगू बुखार क्या है| डेंगू के लक्षण, कारण, इलाज, परहेज और घरेलू उपचार |

वर्तमान समय में डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी ने लोगों के दिल में अपना एक डर बना दिया है, क्योंकि इस समय डेंगू का कहर लगभग हर जगह पहुँच चुका है, जिससे लोगों के अन्दर एक भय हो गया है | डेंगू एक आम बीमारी नहीं होती है, क्योंकि डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी के हो जाने से लोग अपनी जान भी गँवा देते है | इसलिए  आप इस बीमारी के चलते अपने आपको सुरक्षित रखने का प्रयास करते रहें |

इस खतरनाक वायरस से बचने के लिए आपको इस लेख में डेंगू के प्राथमिक लक्षण क्या है | डेंगू बुखार में क्या नहीं खाना चाहिए | डेंगू में प्लेटलेट्स घटने का क्या कारण है | इसके विषय में पूरी जानकारी प्रदान की गई, जिसे पढ़कर आप अपने आपको  इस  बढ़ते हुए वायरस से बचा सकते है | 

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डेंगू बुखार क्या है

डेंगू एक मच्छर जनित वायरल बीमारी है जो डेंगू वायरस के कारण होती है। इस मामले में, डेंगू वायरस मादा मच्छर – एडीज एजिप्टी द्वारा फैलता है । ये डेंगू मच्छर आम तौर पर दिन के समय काटते हैं और हर जगह (घर के अंदर और बाहर दोनों जगह) पाए जाते हैं। ये मच्छर सुबह और शाम के समय अपनी सक्रियता के चरम पर पाए जाते हैं। संक्रमित मच्छर द्वारा काटे जाने के 6 से 10 दिन बाद ही लक्षण विकसित हो सकते हैं।

डेंगू बुखार मच्छरों द्वारा फैलता है जो डेंगू वायरस ले जाते हैं , जिसमें मनुष्यों को संक्रमित करने के लिए चार अलग-अलग सीरोटाइप होते हैं। ऊपर उल्लिखित सीरोटाइप सूक्ष्मजीवों के एक समूह को दर्शाते हैं जो असाधारण रूप से निकटता से जुड़े हुए हैं। इन सूक्ष्मजीवों को केवल कुछ हद तक भिन्न एंटीजन (एक विदेशी इकाई जो शरीर को प्रभावित करती है और हमें एंटीबॉडी का उत्पादन कराती है) होने के कारण ही पहचाना जा सकता है, जो शरीर को कुछ भिन्न एंटीबॉडी बनाने के लिए प्रेरित करता है। डेंगू के मामले हमारे देश सहित हमारे ग्रह के उपोष्णकटिबंधीय और उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में अधिक आम हैं।

डेंगू के प्राथमिक लक्षण क्या है (What are the Primary Symptoms of Dengue)? 

एडीज मच्छर के काट लेने के बाद धीरे-धीरे लोगों के शरीर में डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी अपना कब्जा कर लेती है और इस बीमारी से संक्रमित होने के लगभग 3 दिनों से लेकर 14 दिनों तक आपके शरीर में इसके लक्षण मौजूद रहते है, जिससे डेंगू के लक्षण के बारे में जानकारी हो जाती है, क्योंकि डेंगू के शुरुआती लक्षण में आपको तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में तेज  दर्द, थकान, मितली, उल्टी, त्वचा पर लाल चकत्ते और भूख न लगने वाली समस्याएं उत्पन्न होने लगती है, जिसके बाद  आप आसानी पूर्वक इस बीमारी से ग्रसित होने के बारे में मालूम कर सकते है और समय रहते ही किसी अच्छे डॉक्टर से अपना इलाज करा सकते है और साथ ही में आप अपने आपको सुरक्षित रखने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे भी उपयोग में ला सकते है, जिससे आप अपने डेंगू के कीटाणु को समय रहते मार सकते है |

 डेंगू बुखार में क्या नहीं खाना चाहिए  (Foods to Avoid in Dengue) ? 

डेंगू बुखार में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ होते है, जिनका सेवन करने के बाद डेंगू से ग्रसित लोगों की बीमारी और अधिक बढ़ जाती है, जो लोगों के लिए बेहद खतरनाक भी साबित हो सकता है | इसलिए डेंगू बुखार से छुटकारा पाने के लिए आप नीचे दिए गये इन खाद्य पदार्थों का सेवन बिलकुल भी न करे | 

फ्राइड फूड या जंक फूड (Fried Food and Junk Food) 

डेंगू से ग्रसित मरीजों को फ्राइड फूड या फिर जंक फूड से दूरी बनाकर रखना चाहिए | डेंगू से ग्रसित हो जाने पर आपको बहुत ही नार्मल खाना खाना चाहिए | फ्राइड फूड और जंक फूड खाने से आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और साथ ही इस तरह का भोजन करने से ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रोल बढ़ने की संभावना अधिक रहती है | इसके अलावा इस तरह खानपान से  इम्यून सिस्टम भी धीर-धीरे कमजोर होता चला जाता है  |

कॉफी (Coffee)

डेंगू से ग्रसित लोगों को कॉफी या कैफीन से बनाई गई अन्य सभी ड्रिंक्स को बिल्कुल भी उपयोग में नहीं लाना चाहिए, क्योंकि कॉफी या कैफीन से बनी ड्रिंक्स का सेवन कर लेने से शरीर डिहाइड्रेट होने लगता  है, जिससे मरीज की प्लेटलेट्स में और भी अधिक कमी आने लगती है | डेंगू हो जाने पर यदि आपकी प्लेटलेट्स कम होती चली जाती है, तो इससे आपका खतरा और भी बढ़ जाता है |

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नॉनवेज खाने से रहें दूर (Avoid Non-vegetarian food)

 देश में ऐसे बहुत से लोग होते है, जो नॉनवेज खाना बेहद पसंद करते है, लेकिन यदि नॉनवेज खाना वाला कोई भी व्यक्ति डेंगू जैसे बड़े वायरस की चपेट में आ जाता है, तो ऐसे व्यक्ति को नॉनवेज को औवाइड करना चाहिए, क्योकि नॉनवेज बनाने में ऑइल और  मसाले का उपयोग अधिक से अधिक किया जाता है, जो एक ग्रसित व्यक्ति के लिए बहुत ही हानिकारक साबित होता है |   

डेंगू में प्लेटलेट्स बढ़ाने के उपाय (Measure )

डेंगू बुखार आ जाने पर आप कई तरह के फलों का सेवन कर सकते है और साथ ही ऐसे खतरनाक वायरस से अपने आपको बचाने के लिए हल्दी, मेथी  और नारियल पानी का भी सेवन कर सकते है | इससे आप अपनी बीचारी से बच सकते है |

कीवी (Kiwi) 

कीवी एक ऐसा फल होता है, जो डेंगू के बुखार में प्लेटलेट्स बढ़ाने में मददगार साबित होता है | कीवी के फल में अधिक मात्रा में पोटेशियम, विटामिन A और विटामिन E मौजूद होता है | इसलिए यह फल बॉडी के इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित करने का काम करता है और साथ ही में इससे हाइपरटेंशन और हाई ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल में आ जाता है |  कीवी में  कॉपर की भी एक अच्छी मात्रा पायी जाती है ,जो प्रमुख रूप से लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने का काम करती है,  जिससे डेंगू से ग्रसित मरीज की इम्यूनिटी क्षमता बढ़ जाती  है , और उसका डेंगू से बचना आसान हो जाता है |

नारियल पानी (Coconut Water) 

नारियल पानी डेंगू बुखार से ग्रसित लोगों के फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इस वायरस से ग्रसित व्यक्ति के अन्दर डिहाइड्रेशन मौजूद होता है और नारिलय पानी में  इलेक्ट्रोलाइट्स और जरूरी पोषक तत्व डिहाइड्रेशन को मात देने में सहायता प्रदान करता है | 

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हल्दी (Turmeric)- 

हल्दी एक ऐसा खाद्य पदार्थ होता है, जो किचन में इस्तेमाल होने के साथ – साथ दवा के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि हल्दी का उपयोग एक औषधि के रूप में अनेकों बीमारियों के लिए किया जा सकता है | हल्दी में एंटीसेप्टिक और मेटाबॉलिज्म  बूस्टर पाया जाता है, जिसके लिए इसका इस्तेमाल आप डेंगू से बचने के लिए भी कर सकते है | तेज बुखार आने पर आप हल्दी का सेवन गुनगुने दूध में मिलाकर आसानी से कर सकते है |

मेथी (Fenugreek)-

यदि डेंगू हो जाने कारण आप बुखार से पीड़ित है, तो आप हल्दी के साथ-साथ मेथी का भी सेवन कर सकते है | इसलिए मेथी के कुछ दाने लेकर आप उसको गुनगुने पानी के साथ खा सकते है | इससे आपको बुखार में राहत मिलेगी |

5.पालक (Spinach) 

 डेंगू हो जाने के बाद यदि आपको प्लेटलेट्स कम घटने का भय है, तो आप तुरंत ही पालक का सेवन करना प्रारम्भ कर सकते है, क्योंकि पालक में आयरन और ओमेगा -3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है |  इसलिए यह हरी सब्जी (इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने और प्लेटलेट लेवल काउंट बढ़ाने का काम करती है | डेंगू के ग्रसित लोगों को पालक का सेवन सब्जी या सूप के रूप करना होता है |

डेंगू बुखार की रोकथाम

  • रोगी को उचित बिस्तर पर आराम करना चाहिए, खासकर उन दिनों में जब बुखार अपने चरम पर हो और काम, स्कूल, प्रीस्कूल या बच्चों की देखभाल से छुट्टी ले लेनी चाहिए।
  • डेंगू से पीड़ित लोगों को उन जगहों से दूर रहना चाहिए जहां उन्हें मच्छर काट सकते हैं और जब तक वे संक्रामक न हो जाएं (लगभग 3-5 दिन) घर पर ही रहना चाहिए।
  • इस बीमारी से बचने के लिए, सुनिश्चित करें कि आपके आस-पास जल जमाव की कोई समस्या न हो, क्योंकि एडीज  मच्छर रुके हुए साफ पानी में प्रजनन करना पसंद करते हैं जो हमारे निवास स्थान के आसपास आसानी से पाया जा सकता है।
  • अभी तक डेंगू वायरस से बचाव के लिए कोई टीका विकसित नहीं किया जा सका है। मच्छरों के काटने से बचना ही इसका एकमात्र बचाव है।
  1.  लंबी पैंट और लंबी बाजू वाली शर्ट पहनकर अपनी त्वचा को ढकें।
  2. मच्छर निरोधकों, जालों और जालों का उपयोग करें।
  3. डेंगू मच्छरों के प्रवेश से बचने के लिए विशेष रूप से सुबह, शाम और शाम के समय सभी दरवाजे और खिड़कियां बंद रखें।
  4. सभी कचरे को हटाकर और रुके हुए पानी को साफ करके अपने आस-पास को साफ रखें।

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