यदि आप प्रोफेसर बनना चाहते है तो आपको एक प्रतियोगिता परीक्षा क्वालीफाई करनी होती है जिसका नाम UGC NET है ये एक प्रकार की ऑनलाइन परीक्षा है। यदि आप एक लेक्चरर या असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं। तो आप हम आपको बताएंगे की UGC-NET(JRF) क्या होता है, इसके एग्जाम कब होते हैं और इसमें सेलेक्ट होने का प्रोसेस क्या है ,आदि सभी यूजीसी नेट से सम्बंधित जानकारी देंगे। इसलिए आप हमारे आर्टिकल को अंत तक ज़रूर पढ़े।
UGC NET EXAM क्या है
यूजीसी नेट परीक्षा के स्थापना भारत सरकार द्वारा वर्ष 1956 में की गई थी, जिसका मुख्यालय दिल्ली है। नेट की फुलफॉर्म National Eligibility Test है। यह एक ऑल इंडिया लेवल पर होने वाला एक्जाम है इस परीक्षा का आयोजन वर्ष में दो बार किया जाता है। पहले इस परीक्षा का आयोजन यूजीसी की ओर से सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंड्री एजुकेशन अर्थात सीबीएसई द्वारा किया जाता था, परन्तु दिसंबर 2018 के बाद परीक्षा का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा किया जा रहा है।यह परीक्षा पोस्ट ग्रैजुएट के सभी विषयों पर आयोजित की जाती है। इस एग्जाम में सफल होने के बाद किसी कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर की पढाई आगे कंटीन्यू कर सकते है, और प्रोफेसर बन सकते है।

UGC NET (JRF) Keyhighlightes
आर्टिकल | NET (JRF) क्या होता है? |
फुल फॉर्म | UGC- University Grant Commission NET-National Eligibility Test JRF-Junior Research Fellowship |
एग्जाम आयोजन | NTA द्वारा |
साल में | 2 बार |
आवेदन शुल्क | Gen-1100 OBC-550 SC/ST/Pwd/Transgender- 275 |
UGC NET (JRF) का फुल फार्म
इस एक्जाम का नाम NTA UGC NET है पर आम बोलचाल की भाषा में इसे UGC NET या NET भी कहते हैं।
- UGC- University Grants Commission
- NET- National Eligibility Test
- JRF – Junior Research Fellowship,
UGC-NET(JRF) के लिए आवश्यक योग्यता
- अभ्यर्थी किसी भी UGC द्वारा मान्यता प्राप्त संसथान से पोस्ट ग्रेजुएट (साइंस कॉमर्स,आर्ट्स आदि ) में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण होना चाहिए।
- ऐसे अभ्यर्थी जो अभी पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे हैं वो इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।
- सामान्य श्रेणी के उम्मीदवार के लिए कम से कम 55% और आरक्षित श्रेणी के लिए 50% अंक होना अनिवार्य है।
- जिन अभ्यर्थियों ने 19 सितंबर 1991 तक अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन कम्पलीट कर ली है वह भी 5 प्रतिशत छूट का लाभ उठा सकते हैं।
- यूजीसी नेट के लिए आयु सीमा जूनियर रिसर्च फैलोशिप के लिए आयु सीमा 30 वर्ष निर्धारित की गयी है।
यूजीसी नेट परीक्षा एग्जाम पैटर्न
यह एक ऑनलाइन एग्जाम है ,ये परीक्षा का एक वर्ष में दो बार आयोजित कि जाती है। जिनके फॉर्म मार्च और सितम्बर में जारी किये जाते है और परीक्षा का आयोजन क्रमशः जून और दिसम्बर में किया जाता है, जिसमें दो पेपर होते हैं। यह बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं ,पहले पेपर में 50 प्रश्न होते हैं जिसमें अधिकतम 100 नंबर और दूसरे पेपर में 100 प्रश्न होते हैं जिसमें 200 नंबर होते हैं। आपको ये जानकर ख़ुशी होगी कि इसमें माइनस मार्किंग नहीं होती है और आप यह एक्जाम हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में दे सकते हैं।
UGC NET Syllabus
प्रथम पेपर में दस यूनिट होती हैं। जिसमें टीचिंग एप्टीट्यूड, रिसर्च एप्टीट्यूड, कॉम्प्रीहेंशन, कम्यूनिकेशन, मेथामेटिकल रीज़निंग एंड एप्टीट्यूड, लॉजिकल रीज़निंग, डेटा इंटरप्रिटेशन, इन्फॉर्मेशन एंड कम्यूनिकेशन टेक्नोलॉजी, पीपुल डेवलपमेंट एंड एनवायरनमेंट और हायर एजुकेशन आदि पाठ शामिल हैं।
NET Exam Clear करने के फायदे और प्रोफेसर की वेतन
- यूजीसी नेट क्लीयर करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि NET का सर्टिफिकेट लाइफटाइम के लिए वैलिड होता है।
- एक कॉलेज प्रोफेसर का वेतन 37,400 से 67,000 के बीच रहता है | असिस्टेंट प्रोफेसर या कॉलेज लेक्चरर की सैलरी 15,600 से 39,100 के बीच होती है।
- UGC-NET की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद अभ्यर्थी आसानी से PhD में एडमिशन प्राप्त कर सकता है, क्योंकि PhD करने के लिए इस परीक्षा को पास करना ज़रूरी है।
- UGC-NET क्लियर करने के बाद अगर अभ्यर्थी किसी टीचिंग की जॉब के लिए अप्लाई करना है तो उसे वरीयता दी जाती है।
- यदि आप JRF क्लीयर नहीं भी कर पाए तो NET के बाद यूनिवर्सिटीज में बिना एंट्रेंस एक्जाम दिए पीएचडी कर सकते हैं।
Conclusion
उम्मीद है की आपको ugc net exam kya hai ज़रुर समझ आया होगा। जिसमें हमने इस परीक्षा से सम्बंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारियां आप तक पहुंचाई है। यदि आप P.hd करना चाहते है तो हमारे आर्टिकल से आपको ज़रूर लाभ प्राप्त होगा।