पंचायत चुनाव में चिन्ह का चयन | Panchayat Election Symbol

पंचायत चुनाव में चिन्ह चयन सम्बंधित जानकारी

उत्तर प्रदेश में होनें वाले पंचायती चुनाव की लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है, चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों को सिर्फ चुनाव की तारीखों का बेसब्री से इन्तजार है, जो इलेक्शन कमीशन द्वारा कभी भी घोषित किया जा सकता है| हालाँकि चुनाव लड़ने का मन बना चुके लोग गांव में मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करनें का हर संभव प्रयास कर रहे है|

पंचायत चुनाव के लिए आयोग द्वारा हाल ही में आरक्षण सूची जारी की जा चुकी है, इसके साथ ही चुनाव में प्रत्याशियों के लिए चुनाव चिन्ह भी निर्धारित कर दिए गये है| पंचायत चुनाव में चिन्ह का चयन, किस नाम के प्रत्याशी को कौन सा मिलेगा चुनाव निशान? इसके बारें में आपको पूरी जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से दी जा रही है|

पंचायत चुनाव की वोटिंग कैसे होती है

पंचायत चुनाव में चिन्ह का चयन (Selection of Symbol in Panchayat Elections)

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के लिए स्टेट इलेक्शन कमीशन द्वारा 1994 में जारी एक नोटीफिकेशन के आधार पर ग्राम प्रधान, बीडीसी, क्षेत्र व जिला पंचायत सदस्य के पदों पर चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों के लिए चुनाव चिन्हों की संख्या निर्धारित की गयी है। इस बार पंचायत चुनाव के लिए कुल 164 चुनाव चिह्न निर्धारित किए गए हैं| इनमें से सबसे अधिक चिह्न ग्राम प्रधान के लिए निर्धारित किये गये है, जिनकी संख्या 57 है| सबसे खास बात यह है, कि इस बार प्रधान पद के लिए एक गांव से 45 लोग चुनाव लड़ सकते हैं| ऐसे में मुकाबला बहुत ही रोचक होगा|

पंचायत चुनाव के लिए निर्धारित किये गये 164 चुनाव चिन्हों में ग्राम पंचायत सदस्य के लिए 18 चिन्ह, क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए 36 चिन्ह और जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 53 चुनाव चिह्न तय किए गए हैं| इलेक्शन लड़ने वाले उम्मीदवारों को इन्ही में से किसी एक चुनाव चिह्न पर चुनाव लड़ना होगा| इलेक्शन के दौरान प्रत्याशियों की पहचान उनके चुनाव चिन्ह से होती है| आपको बता दें कि, इस बार चुनाव के लिये मत पत्रों पर हवाई जाहज (प्लेन) से लेकर उगता सूरज, तोप, अनार, हल जोतता किसान, इमली और अनार जैसे चिह्न शामिल किये गये है|

पंचायत सचिव कौन होता है

ग्राम प्रधान पद हेतु57 चिन्ह
ग्राम पंचायत सदस्य हेतु18 चिन्ह
क्षेत्र पंचायत सदस्य हेतु36 चिन्ह
जिला पंचायत सदस्य पद हेतु53 चिन्ह

पंचायत चुनाव आरक्षण सूची कैसे देखे 

किस नाम के प्रत्याशी को कौन सा मिलेगा चुनाव निशान (Which Candidate Get The Election Mark)

इस बार पंचायती चुनाव में ज्यादातर पुरानें चिन्हों को शामिल किया गया है, आयोग द्वारा निर्धारित चिन्हों के अनुसार मतपत्र आ चुके हैं। आये हुए मत पत्रों के अनुसार प्रधान पद के लिए धनुष, तोप, पिस्टल, बैलगाड़ी, भवन, भुट्टा, ड्रम, तांगा, तोप, दरवाजा, धनुष, धान का पेड़, पत्तियां, फावड़ा, फुटबाल, फूल और घास, बल्लेबाज, मारूति, किताब, कैमरा, कैरम बोर्ड, कोट, खड़ाऊ, गदा, गले का हार, घंटी आदि शामिल है| जिला पंचायत सदस्यों के लिए उगता सूरज, हेलीकॉप्टर, ताला, तराजू और पुस्तक जैसे चिन्ह शामिल किये गये है|

इस वर्ष पंचायती चुनाव में मतदाताओं को तीन अलग-अलग प्रकार के मतपत्र दिए जायेंगे, जिसमें ग्राम प्रधान के लिए अलग, वार्ड सदस्य के लिये अलग और जिला पंचायत सदस्य पद के लिये अलग मतपत्र मिलेगा| यह तीनों मत पत्र अलग-अलग रंगों के होंगे, जिसे मतदाता आसानी से पहचान सकेंगे|

हालाँकि स्टेट इलेक्शन कमीशन द्वारा यह अनुमान लगाया जा रहा है, कि 3 अलग-अलग तरह के मत पत्रों के कारण प्रत्येक मतदाता को वोट डालने में अपेक्षाकृत अधिक समय लगेगा| जिसके कारण मतदान के लिए निर्धारित समय सायं 5 बजे के बाद भी मतदान प्रक्रिया जारी रखी जा सकती है| जबकि नियमानुसार वोटिंग का समय समाप्त होनें पर मतदान केन्द्र परिसर में जितने मतदाता पंक्ति में खड़े होंगे, उनका मतदान अवश्य कराया जायेगा, चाहे समय कितना भी हो जाये|

पंचायत चुनाव की मतदाता सूची कैसे देखें