Panchayat Sachiv Kaun Hota Hai | पंचायत सचिव कौन होता है, पूरी जानकारी

भारत के शहरों में रहने वाले लोगो में से अधिकांश लोगो का ताल्लुक गांव से होता है| हम सभी जानते है, कि प्रत्येक गांव में एक ग्राम पंचायत होती है, जो गांव के विकास कार्यों के लिए उत्तरदायी होती है| इसके साथ ही गांवों में सरकारी योजनाओं को लागू करने के साथ ही आवश्यकताओं के अनुसार मूलभूत ढांचे के निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाती है। इन प्रस्तावों को राज्य सरकार के पास स्वीकृति के लिए भेजा जाता है, और स्वीकृति मिलने के पश्चात सम्बंधित क्षेत्रों में कार्य करवाए जाते है|

इन प्रस्तावों को बनाने और राज्य सरकार तक भेजने में एक पंचायत सचिव की अहम् भूमिका होती है, जो कि ग्राम पंचायत में होने वाले कार्यों के साथ-साथ सरकार द्वारा दिए गए धन का लेखा-जोखा रखने का कार्य करता है| इस प्रकार एक पंचायत सचिव मुख्य रूप से ग्राम पंचायत और सरकार के बीच एक  कड़ी के रूप में कार्य करता है | पंचायत सचिव किसे कहते है, कार्य एवं अधिकार के बारें में आपको इस पेज पर विस्तृत रूप से जानकारी दे रहे है|

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पंचायत सचिव कौन होता है (Who is Panchayat Secretary)

एक पंचायत सचिव को ग्राम सेवक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत सचिव तथा ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के नाम से भी जाना जाता है| पंचायत सचिव एक गैर निर्वाचित प्रतिनिधि होता है, जिसे राज्य सरकार द्वारा पंचायत की गतिविधियों की देखरेख के लिए नियुक्त किया जाता है| एक पंचायत सचिव पंचायत कार्यालय का प्रभारी होता है, इसके साथ ही सरकार द्वारा शुरू की जाने वाली योजनाओं का प्रचार-प्रसार करनें के साथ ही योजना से मिलने वाले लाभों के बारें में ग्रामीणों को जानकारी देने का कार्य भी करते है|

ग्राम पंचायत का का पद बहुत ही जिम्मेदारी का पद है, इस पद पर आसीन व्यक्ति को ग्राम पंचायतों को सरकार द्वारा मिलने वाली राशि तथा इससे सम्बंधित अभिलेखों का ब्यौरा रखना होता है| ग्राम पंचायतों के अंतर्गत होनें वाले विकास कार्यों में खर्च होनें वाली धनराशि तथा योजनाओं की प्रगति आख्या अपनें सक्षम अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करना होता है| 

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पंचायत सचिव के कार्य एवं अधिकार (Panchayat Secretary Works and Rights)

  • पंचायत सचिव का सबसे मुख्य कार्य पंचायत अधिनियम के अंतर्गत विभागीय आदेशों का अध्ययन कर उनका पालन सुनिश्चित करवाना है।
  • ग्राम पंचायत कार्यालय से सम्बंधित अभिलेखों को व्यवस्थित रूप से रखना तथा पंचायत के पुराने अभिलेखों को पंजीबद्ध करना| 
  • सरकार द्वारा चलायी जानें वाली योजनाओं हेतु पात्र लाभार्थियों का सर्वेक्षण करना। 
  • ग्राम पंचायत की समितियों की बैठकों की कार्यवाही का विवरण रखना व उसे पंचायत की बैठक में प्रस्तुत करना|
  • ग्राम पंचायत का वार्षिक प्रतिवेदन एक निर्धारित तिथि तक तैयार करनें के उपरांत पंचायत की बैठक में रखना तथा उस पर कार्यवाही सुनिश्चित करना| 
  • पंचायत में विभिन्न स्रोतों से प्राप्त होनें वाली आय को पंचायत कोष में जमा करवाना तथा उसका हिसाब-किताब करना|
  • गांवों की समस्याओं के निस्तारण हेतु समस्याओं को जिला परिषद में प्रस्तुत करना|
  • केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जानें वाली योजनाओं को गांव में सुचारू रूप से संचालित करना|
  • गांव में होने वाले वार्षिक कार्यक्रमों और योजनाओं को सुव्यवस्थित ढ़ंग से संचालित करना|
  • गांव की कृषि और व्यवसायिक उद्योगो के विकास के लिए सुनियोजित रूप सहायता करना|
  • अपनी ग्राम पंचायत के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के प्रमाण पत्र जैसे- , जन्म, मृत्यु प्रमाण पत्र, मैरिज सर्टिफिकेट जैसे दस्तावेजों का पंजीकरण करना|

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पंचायत सचिव की सैलरी (Panchayat Secretary Salary)

एक पंचायत सचिव की प्रतिमाह 5200 से लेकर 20200 ग्रेड पेय तक की सैलरी मिलती है, इसके अलावा कुछ भत्ते भी प्रदान किये जाते है| चूँकि इनकी नियुक्ति राज्य सरकार द्वारा की जाती है, जिसके कारण इनका वेतन विभिन्न राज्यों के अनुसार अलग-अलग होता है|  

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